फतेहपुर। मौसम का मिजाज बदलने से जिले में तरह-तरह की संक्रामक बीमारियों ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। जिला अस्पताल में इन दिनों रोगियों की खूब भीड़ उमड़ रही है, इसमें ज्यादातर मरीज भर्ती हो रहे हैं। हाल यह है कि जिला अस्पताल का पुरुष वार्ड फुल हो चुका है। ऐसे में अब आने वाले रोगियों को शिशु वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। इतना ही नहीं महिला रोगियों को जमीन पर गद्दे बिछाकर भर्ती करना शुरू कर दिया गया है।
जिला अस्पताल में रोगियों को भर्ती करने के लिए तीन वार्डों की व्यवस्था है। भूतल में बने 36 शैय्या वाले वार्ड में पुरुष रोगियों को भर्ती करने की व्यवस्था है, जबकि प्रथमतल में बने इतने ही शैय्या वाले वार्ड में महिला रोगी भर्ती किए जाते हैं। सबसे ऊपर बने वार्ड में शिशु रोगियों को भर्ती करने की व्यवस्था है। इधर कुछ रोज से मौसम का मिजाज बदलने से यहां आने वाले रोगियों की संख्या दोगुनी बढ़ी है। इसके चलते रोगियों से वार्ड फुल हो गए हैं। पुरुष वार्ड तो तीन दिन पहले ही फुल हो चुका था और महिला वार्ड में भी 40 रोगी भर्ती हो चुके हैं। अब पुरुष रोगियों को शिशु वार्ड में भर्ती करके इलाज किया जा रहा है। उधर, इस बाबत सीएमएस डॉ. यतींद्रनाथ तिवारी का कहना है कि इस मौसम में हर साल रोगियों की संख्या बढ़ जाती है। रोगियों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो इस लिए पुरुष रोगियों को शिशु वार्ड में खाली पड़े बिस्तरों पर भर्ती करके इलाज किया जा रहा है।
फतेहपुर। मौसम का मिजाज बदलने से जिले में तरह-तरह की संक्रामक बीमारियों ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। जिला अस्पताल में इन दिनों रोगियों की खूब भीड़ उमड़ रही है, इसमें ज्यादातर मरीज भर्ती हो रहे हैं। हाल यह है कि जिला अस्पताल का पुरुष वार्ड फुल हो चुका है। ऐसे में अब आने वाले रोगियों को शिशु वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। इतना ही नहीं महिला रोगियों को जमीन पर गद्दे बिछाकर भर्ती करना शुरू कर दिया गया है।
जिला अस्पताल में रोगियों को भर्ती करने के लिए तीन वार्डों की व्यवस्था है। भूतल में बने 36 शैय्या वाले वार्ड में पुरुष रोगियों को भर्ती करने की व्यवस्था है, जबकि प्रथमतल में बने इतने ही शैय्या वाले वार्ड में महिला रोगी भर्ती किए जाते हैं। सबसे ऊपर बने वार्ड में शिशु रोगियों को भर्ती करने की व्यवस्था है। इधर कुछ रोज से मौसम का मिजाज बदलने से यहां आने वाले रोगियों की संख्या दोगुनी बढ़ी है। इसके चलते रोगियों से वार्ड फुल हो गए हैं। पुरुष वार्ड तो तीन दिन पहले ही फुल हो चुका था और महिला वार्ड में भी 40 रोगी भर्ती हो चुके हैं। अब पुरुष रोगियों को शिशु वार्ड में भर्ती करके इलाज किया जा रहा है। उधर, इस बाबत सीएमएस डॉ. यतींद्रनाथ तिवारी का कहना है कि इस मौसम में हर साल रोगियों की संख्या बढ़ जाती है। रोगियों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो इस लिए पुरुष रोगियों को शिशु वार्ड में खाली पड़े बिस्तरों पर भर्ती करके इलाज किया जा रहा है।