फतेहपुर। एफसीआई गोदाम में पहले प्रवेश पाने को लेकर बुधवार को ट्रक चालकों व ट्रक मालिकों ने खूब बवाल किया। इस दौरान डिपो के मुख्य द्वार पर ट्रकों को सटाकर खड़ा कर जाम लगा दिया। इससे जो गाड़ियां गेहूं उतार कर बाहर जाने के लिए खड़ी थी वह भी अंदर फंस गई। उधर, इस बाबत चालकों का आरोप है कि नियमानुसार प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। वाहनों से सुविधा शुल्क लेकर मनमानी इंट्री दी जा रही है।
समर्थन मूल्य योजना के तहत खरीदे जा रहे गेहूं को गोदाम तक सुरक्षित पहुंचाने में विभाग को पसीना छूट रहा है। स्थिति का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि चार-चार दिन से गाड़ियां गोदाम के सामने खड़ी है लेकिन अभी तक उनका नंबर नहीं आया है। बुधवार को इस बात से नाराज करीब आधा सैकड़ा वाहन स्वामियों ने जमकर हंगामा किया। करीब घंटे भर तक इन वाहन स्वामियों ने राज्य भंडारण निगम तथा भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों को घेरे रखा। वाहन स्वामियों की मांग थी कि उनके वाहनों को पहले प्रवेश दिया जाए। ऐसी स्थिति में अधिकारियों की ओर से कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। जिसके बाद गुस्साए चालकों ने गेट के सामने अपने वाहन सटा कर जाम लगा दिया। जाम लग जाने से वह वाहन भी फंस गए जिनका खाद्यान अनलोड हो चुका था। इसके अलावा पीडीएस के खाद्यान की निकासी भी नहीं हो पाई।
हालात काबू में न होने पर शाम करीब पांच बजे पुलिस बुलाई गई। तब जाकर वाहन चालक पीछे हटे और आवागमन बहाल हो सका। गोदाम में करीब दो सौ वाहन गेहूं अनलोड करने के लिए खड़े है। इस बारे में एफसीआई प्रबंधक टीपी सिंह ने बताया कि एक दिन में अधिकतम 90 गाड़ियों को इंट्री की व्यवस्था है, लेकिन विभिन्न प्रकार के दबाव के चलते इसका अनुपालन नहीं हो पा रहा है।