फतेहपुर। कोराई मोड़ के पास मंगलवार को हुई मुठभेड़ में पुलिस ने हत्या समेत कई संगीन मामलों में शामिल रहे शातिर बदमाश जगीरा को उसके दो साथियों के साथ दबोच लिया। पुलिस के मुताबिक यह सभी मलवां स्थित भारत पेट्रोलियम का कैश लेकर जाने वाली वैन पर बम फेंक कर लगभग 35 से 40 लाख रुपया नकद लूटने की वारदात को अंजाम देना चाहते थे, लेकिन सर्विलांस के जरिए उनकी बातचीत को टेप कर वारदात के पहले ही इन्हें दबोच लिया गया।
पुलिस अधीक्षक आरके चतुर्वेदी के मुताबिक पेट्रोल पंप का कैश लूटने की योजना की जानकारी मिलने पर एसओजी प्रभारी राजेंद्र सिंह, एसओ मलवां संजय यादव व कचहरी चौकी प्रभारी बलराम सिंह की संयुक्त टीम लगाई गई। 22 मई को पुलिस टीम मुखबिरों को सतर्क कर बदमाशों की टोह में थी। इसी बीच पता चला कि कोराई मोड़ पर रईस उर्फ जगीरा, इकबाल पुत्र रजा हुसैन निवासी पथरकटा हाल मुकाम निबहरा और इरशाद निवासी मुराइनटोला मौजूद हैं। पुलिस टीम ने पहुंचकर तीनों बदमाशों को आत्मसमर्पण के लिए कहा। लेकिन वह लोग पुलिस टीम पर बम फेंक कर व फायरिंग करते हुए भागने लगे। इस पर पुलिस ने दौड़ाकर तीनों को दबोच लिया। इकबाल के पास से एक तमंचा, एक कारतूस, दो बम और जगीरा के पास से तमंचा, दो कारतूस एवं दो बम तथा इरशाद के पास से एक रिलायंस मोबाइल फोन बरामद हुआ। इकबाल ने बताया कि लूट की वारदात अंजाम देने के बाद वह सऊदी अरब भागने की तैयारी कर चुके थे। इकबाल ने अपने पुत्र अफजाल के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवा रखा है और इस पासपोर्ट पर फरवरी 2010 में सऊदी अरब गया था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पेट्रोल पंप का कैश लूटने की घटना को अंजाम देने के लिए जगीरा दस रोज पहले ही मुंबई से लौटा था। आतिशबाज से बम न मिलने के कारण दो दिन पहले बनी लूट की योजना आगे बढ़ाई गई थी, लेकिन उससे पहले ही सर्विलांस के जरिए मोबाइल पर लुटेरों के बीच चल रही बातचीत को लगातार टेप कर एसओजी ने सभी को धर दबोचा। पकड़े गए एक शातिर ने रियाद (सऊदी अरब) से पुत्र के नाम पर अपनी फोटो लगाकर पासपोर्ट बनवा रखा है और उसी पासपोर्ट पर वह सऊदी अरब भी जा चुका है। लूट के बाद उसकी योजना सऊदी अरब भागने की थी।