मलवां (फतेहपुर)। औद्योगिक क्षेत्र सौंरा स्थित एक फैक्ट्री में मंगलवार की रात बिजली का फाल्ट ठीक करते समय करंट की चपेट में आकर फैक्ट्री श्रमिक की मौत हो गई। फैक्ट्री प्रबंधन का कहना है कि करंट लगने पर उसे तुरंत यहां के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, हालत नाजुक होने पर इलाज के लिए कानपुर ले गए। कानपुर में उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। उधर, यह चर्चा भी है कि कर्मचारी की मौत फैक्ट्री परिसर में ही हो गई थी। बवाल से बचने के लिए प्रबंधतंत्र उसे जीवित बताकर कानपुर ले गए थे।
मेउली बुर्जुग गांव निवासी हृदय राम का बड़ा पुत्र नोखे लाल (22) औद्योगिक क्षेत्र सौंरा की नितिन इस्पात फैक्ट्री में मजदूर था। मंगलवार की रात करीब 7:30 बजे वह काम निपटाने के बाद घर जाने की तैयारी कर रहा था। इसी बीच फैक्ट्री की विद्युत लाइन में फाल्ट होने से वह उसे दुरुस्त करने के लिए रुक गया। फाल्ट ठीक करते समय करंट की चपेट में आकर चिपक गया। यह देखकर वहां मौजूद बाकी कर्मचारियों ने शोर मचाया, इसके बाद बिजली काटी गई और उसे लाइन से अलग किया गया। बताते हैं कि इस हादसे में फैक्ट्री श्रमिक की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। लेकिन फैक्ट्री प्रबंधतंत्र ने खुद के बचाव में उसे जिंदा बता कर सौंरा में एक निजी क्लीनिक ले गए, जहां से उसकी हालत नाजुक बताते हुए कानपुर ले जाया गया। उधर, नोखे लाल की मौत की सूचना मिलने पर परिजन बुधवार की सुबह कानपुर रवाना हो गए। देर रात तक फैक्ट्री श्रमिक का शव कानपुर से वापस नहीं आया था। वहीं, इस बाबत मलवां थानाध्यक्ष संजय यादव का कहना है कि हादसे में फैक्ट्री श्रमिक की जान गई हैं। अभी तक मृतक के परिजन पुलिस के पास नहीं आए हैं। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
नितिन इस्पात फैक्ट्री के महाप्रबंधक अनुराग अग्रवाल के मुताबिक नोखेलाल की मौत फैक्ट्री परिसर में नहीं हुई है। करंट लगने की सूचना मिलने पर उसे तुरंत सौंरा के नवल क्लीनिक में ले जाया गया। डॉक्टरों के उसकी हालत नाजुक बताने पर कानपुर के आभा नर्सिंग होम ले गए। वहां उपचार के दो घंटे बाद उसकी मौत हो गई।