फतेहपुर। भीषण गर्मी के मौसम में शहर में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। बिजली की अघोषित कटौती और लो वोल्टेज सहित अन्य तकनीकी समस्याओं के कारण शहर के करीब एक दर्जन मोहल्लों के घरों में पानी नहीं पहुंचा पा रहा है। पालिका प्रशासन परेशान शहरियों को राहत देने के लिए टैंकरों के जरिए प्रभावित मोहल्लों में पानी की आपूर्ति करवा रहा है।
जैसे-जैसे गरमी बढ़ रही है। पानी की किल्लत की समस्या से शहरवासियों को दो चार होना पड़ रहा है। स्थिति यहरोज विभिन्न वार्डों के दर्जनों मुहल्ले जलापूर्ति से वंचित रह जाते हैं। प्रतिदिन शहर की औसतन दस हजार की आबादी को जलापूर्ति नहीं मिल पा रही है। इसके पीछे लो-वोल्टेज, आपरेटरों की उदासनीता तथा मोटर फुंकने आदि तकनीकी खामियां शामिल हैं। अजगंवा,नई बस्ती आबूनगर, नई बस्ती राधानगर, गढ़ीवा, सथरियां, गड़रियनपुर, रस्तोगीगंज, इसाइनपुरवा,जोसियाना और पूर्वी पनी आदि मोहल्लों में पेयजल आपूर्ति में समस्या सामने आ रही है। अंबेडकर नगर में आपूर्ति मेें दिक्कत से लोग कुएं से पानी भरकर उपयोग कर रहे हैं। यही स्थिति अशोकनगर,खुशवक्तराय तथा राधानगर के बड़े हिस्से की है। गरमी में पेयजल संकट से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे खराब स्थिति उन घरों की है जहां वैकल्पिक सुविधा के तौर पर नल और हैंडपंप नहीं है। पूरी तरह से नगरपालिका पर निर्भर ऐसे लोेगों को जलापूर्ति न मिलने से दूसरों के यहां से पानी लाना पड़ता है। शहर की आबादी पौने दो लाख के करीब है। जलापूर्ति के लिए 19 टयूवेल लगे हैं। इसके अलावा जबकि छह ओवरहेंड टैंक से जलापूर्ति की जा रही है। इतने ही ओवरहेड टैंक तथा दस ट्यूबवेल निर्माणाधीन हैं। बावजूद पानी की समस्या हल नहीं हो रही है। अवर अभियंता गौरीशंकर पटेल का कहना है बिजली की समस्या नियमित आपूर्ति में सबसे बड़ी बाधा है। लो-वोल्टेज के कारण दबाव कम होने से उंचाई वाले हिस्सों में पानी नहीं चढ़ पाता है। इससे कभी कभार दिक्कत आ जाती है।