फतेहपुर। पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है। जिले में 13 सौ हैंडपंप लगाने की मंजूरी मिली है। हर ब्लाक में 50 नए हैंडपंप और 50 रिबोर कराने की मंजूरी मिली है। शासन के निर्देशों के मुताबिक हैंडपंप लगाने का काम अगले सप्ताह शुरू होगा और जून माह में पूरा किया जाना है। हालांकि डिमांड बहुत अधिक है। ऐसे में गर्मी में ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या से निपटना प्रशासन के लिए चुनौती है। गर्मी की शुरू होते ही जिले भर में पीने के पानी की समस्या को लेकर हो-हल्ला मच रहा था। आए दिन होने वाले आंदोलनों के चलते पानी की समस्या से निपटने के लिए शासन ने जिले में 13 सो हैंडपंपों की मंजूरी दी है। इनमें प्रत्येक ब्लाक में पचास हैंडपंप नए लगाए जाने हैं, पचास हैंडपंप रिबोर के लिए स्वीकृत किए गए हैं। निर्देशों के मुताबिक एक सप्ताह के अंदर काम शुरू करा दिया जाएगा। हैंडपंप लगाने का काम एक माह के अंदर पूरा किया जाना है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक शीघ्र ही हैंडपंप लगाने और रिबोर का काम शुरू कर दिया जाएगा। पेयजल समस्या से निपटने के लिए की जा रही यह कवायद स्थिति को देखते हुए नाकाफी है। जनपद के यमुना कटरी क्षेत्र में पीने के पानी का जबरदस्त संकट है। अमौली, खजुहा, असोथर, बहुआ, धाता, ऐरायां जैसे ब्लाकों में भूजल स्तर में आई गिरावट के चलते सैकड़ों गांव पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक करीब तीस फीसदी हैंडपंपों ने जलस्तर कम होने की वजह से पानी देना बंद कर दिया है। जबकि दस से बारह फीसदी हैंडपंप रिबोर को स्थिति में पहुंच गए हैं। उधर, अधिशाषी अभियंता जलनिगम एके श्रीवास्तव ने बताया कि प्रत्येक ब्लाक के लिए सौ हैंडपंप मिले हैं। इनमें पचास रिबोर होना हैं और पचास नए हैंडपंप लगाए जाने हैं। उन्होंने बताया कि डिमांड अधिक है लेकिन जितने हैंडपंपों की अनुमति शासन से मिली है उतने का ही काम कराया जाएगा।