गाजीपुर (फतेहपुर)। औगासी रोड स्थित सुकेती गांव में गुुरुवार की सुबह गहरे सूखे नाले में कच्चे घरों की पुताई करने लिए मिट्टी की खुदाई करते समय टीला धसकने से नौ लोग दब गए। दस साल की बच्ची समेत पांच लोगों की मौत हो गई। चार महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। टीला धसकने की सूचना मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में गांव वाले पहुंच गए। ऊपरी हिस्से में बांस का पाड़ बांधकर मिट्टी हटाकर मृतकों व घायलों को बाहर निकाला गया। इसी बीच जेसीबी की मांग कर रहे ग्रामीणों के सब्र का बांध छलक पड़ा और उन्होंने सीओ बिंदकी की गाड़ी पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे उनकी गाड़ी के शीशे टूट गए। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक आरके चतुर्वेदी, एएसपी संतोष कुमार सिंह, एसडीएम सदर एसपी राय सहित पुलिस व प्रशासन के कई बड़े अफसर मौके पर पहुंचे। सुकेती गांव की कई महिलाएं और लड़के गुरुवार को तड़के गांव में जूनियर विद्यालय के पीछे स्थित गहरे सूखे नाले में नीचे उतरकर घरों की पुताई के लिए मिट्टी की दीवारों में खुदाई कर मिट्टी निकाल रहीं थीं। खुदाई करते हुए वह सभी करीब ढ़ाई-तीन फिट तक अंदर जा पहुंची। नीचे की दबी हुई मिट्टी कच्चे घरोें में पुताई के लिए उपयुक्त मानी जाती है। सुबह करीब 7:30 बजे अचानक नाले का ऊपरी हिस्सा भरभराकर ढह गया और सभी उसमें दब गए। इससे वहां कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में गांव के लोग मौके पर पहुंच गए। आनन-फानन में बांस से नाले के ऊपर पाड़ बांधा गया, जिसके सहारे नीचे उतरे ग्रामीण फावड़े से मिट्टी हटाकर दबे हुए लोगाें को निकालने में जुट गए। मिट्टी में दबी मालती(10) पुत्री सुमेर बाल्मीकि, ननकाई(18) पुत्र रामधनी पासवान, महदेइया(50) पत्नी झुर्री लोधी, संजय (17)पुत्र मंशा यादव, और केशकली(20) पत्नी कृष्ण कुमार का शव ही बाहर निकल सका। इनके साथ मिट्टी में दबी महिलाएं निर्मला(25) पत्नी राजकुमार उर्फ राजू पासवान, रेखा (25) पत्नी छोटे यादव, माधुरी(28) पत्नी गुलाब लोधी और अनीता(25) पत्नी रमेश पासवान जख्मी हालत में मिली। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर डेढ़ लाख रुपए प्रति परिवार आर्थिक सहायता की घोषणा की गई थी जो कलक्ट्रेट पहुंचते ही सिर्फ बालिग मृतकाें के लिए बीस-बीस हजार रुपए पारिवारिक लाभ योजना में बदल गई। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष से सभी मृतक आश्रितों को एक-एक लाख रुपए आर्थिक सहायता का संस्तुति पत्र भेजा गया है।