खागा। विजयीपुर विकास खंड में सुजानपुर माइनर को समतल करके स्थानीय लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। कई लोगों ने मकान बनवा लिए हैं, तो कुछ खेती कर रहे हैं। क्षेत्र के दौरे पर गए उपजिलाधिकारी लवकुश त्रिपाठी ने माइनर की ऐसी स्थिति देखकर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्व अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। खेमकरनपुर से धाना गांव तक की करीब पंद्रह किलोमीटर लंबी सुजानपुर माइनर का अस्तित्व ही समाप्त होता जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि माइनर में कई वर्षों से सिल्ट सफाई का काम नहीं हुआ है। जिससे पानी नहीं आ रहा और सिंचाई व्यवस्था प्रभावित हो रही है। ऐसे में माइनर अतिक्रमण की चपेट में हैं। इस माइनर से चंदापुर, रग्घूपुर, धाना, रारी, सरौली, खेमकरनपुर, हरदासपुर, गढ़ाखास समेत दो दर्जन गांवों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था थी। अवधूतपुर के सूरजभान, गढ़ा के त्रिभुवन मिश्र आदि ने बताया कि कई सालों से माइनर में पानी नहीं आ रहा है। सिल्ट सफाई न होने की वजह से माइनर की स्थिति बेहद खराब है। उसपर अतिक्रमण की समस्या से इस माइनर का अस्तित्व ही समाप्त होता जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि जनप्रतिनिधियों से कई बार इस संबंध में शिकायत करते हुए समस्या के निस्तारण की मांग की गई लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं हुई है। उधर उपजिलाधिकारी लवकुश त्रिपाठी ने बताया कि उक्त माइनर में अतिक्रमण की समस्या है। माइनर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
खागा। विजयीपुर विकास खंड में सुजानपुर माइनर को समतल करके स्थानीय लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। कई लोगों ने मकान बनवा लिए हैं, तो कुछ खेती कर रहे हैं। क्षेत्र के दौरे पर गए उपजिलाधिकारी लवकुश त्रिपाठी ने माइनर की ऐसी स्थिति देखकर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्व अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। खेमकरनपुर से धाना गांव तक की करीब पंद्रह किलोमीटर लंबी सुजानपुर माइनर का अस्तित्व ही समाप्त होता जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि माइनर में कई वर्षों से सिल्ट सफाई का काम नहीं हुआ है। जिससे पानी नहीं आ रहा और सिंचाई व्यवस्था प्रभावित हो रही है। ऐसे में माइनर अतिक्रमण की चपेट में हैं। इस माइनर से चंदापुर, रग्घूपुर, धाना, रारी, सरौली, खेमकरनपुर, हरदासपुर, गढ़ाखास समेत दो दर्जन गांवों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था थी। अवधूतपुर के सूरजभान, गढ़ा के त्रिभुवन मिश्र आदि ने बताया कि कई सालों से माइनर में पानी नहीं आ रहा है। सिल्ट सफाई न होने की वजह से माइनर की स्थिति बेहद खराब है। उसपर अतिक्रमण की समस्या से इस माइनर का अस्तित्व ही समाप्त होता जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि जनप्रतिनिधियों से कई बार इस संबंध में शिकायत करते हुए समस्या के निस्तारण की मांग की गई लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं हुई है। उधर उपजिलाधिकारी लवकुश त्रिपाठी ने बताया कि उक्त माइनर में अतिक्रमण की समस्या है। माइनर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।