पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
फतेहपुर। नगर पालिका द्वारा कराए जाने वाले निर्माण का मूल्यांकन करना अब पब्लिक जान गई है। शायद यही वजह है कि अमर उजाला द्वारा चलाई गई मुहिम पब्लिक को पॉवर से लोगों का जुड़ना चालू हो चुका है। इलाकाई अब समस्याओं को लेकर खामोश नहीं रहना चाहते। बल्कि उन्हें उजागर करने के लिए बेबाकी से सामने आने लगे है।
शुक्रवार को नार्थ सिटी का पॉश इलाका आवास विकास कालोनी में अमर उजाला मौजूद था। एसबीआई से अंदर गुजरने वाली राह में हाल में ही आरसीसी बिछी है। इसी के साथ बनी हैं दोनों छोर पर नालियाें की हुई ओवरहालिंग। इन दोनों काम में धांधली का आरोप लगाने के बजाए रामदास मौर्या तो फावड़ा उठा कर डट गए घर के सामने बनी नाली की गुणवत्ता दिखाने। रामदास जो दिखाना चाहते है वह बाहर आ गया। मसलन नाली में ईंट के बजाए अद्घा लगाए गए थे। वह भी एक परत भर। इलाके की सुधा शुक्ला ने तो ठेकेदार पर दूसरों के अद्घा उठाकर नाली में लगाने के आरोप लगाने से गुुरेज नहीं किया। सुधा का इशारा घर के दूसरी छोर पर जमा अद्धी ईंटों व रोड़ों से था।
क्या कहती है पब्लिक
1- संतोष कुमार- नगर पालिका ने जो आरसीसी बिछाई है उससे जलभराव की समस्या से निजात नहीं मिलने वाली। अलबत्ता सच तो यह है कि अब पहले से अधिक समस्या बढ़ गई है।
2- नितिन सहाय- ठेकेदार ने मनमानी की है। जिसे देखने के लिए नगर पालिका के जवाबदेह नहीं आए। ऐसे में गुणवत्ता से खूब खेल हुआ। काम को लेकर यदि टोका गया तो अनसुनी कर अपना मिशन पूरा कर लिया।
3- प्रदीप कुमार- लगा था सड़क बनने से अब राह आसान हो जाएगी। लेकिन जिस प्रकार का निर्माण हुआ है उससे समस्या विकराल जरूर हो गई है। आरसीसी नाम की है और नाली तो एक भी बरसात चलने वाली नहीं।
-दीपक श्रीवास्तव- विकास के जो भी कार्य हो उनकी निगहबानी जरूर की जानी चाहिए। देखा जो तो इसके लिए हम सभी भी जवाबदेह है। जो दिखा नहीं पाते है। लेकिन अब पब्लिक का नजरिया बदला है।
दोष सिद्ध होने पर कार्रवाई तय- एडीएम
निर्माण कार्य से संबंधित शिकायतें दर्ज कराने के लिए जेई का मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया गया है। हो सकता है आज किसी बंदे को रिस्पांस न मिला हो। वैसे वह खुद निर्माण कार्यों को देख रहे हैं। दोष उजागर होने पर कार्रवाई तय है। उदयराज सिंह-एडीएम फतेहपुर
फतेहपुर। नगर पालिका द्वारा कराए जाने वाले निर्माण का मूल्यांकन करना अब पब्लिक जान गई है। शायद यही वजह है कि अमर उजाला द्वारा चलाई गई मुहिम पब्लिक को पॉवर से लोगों का जुड़ना चालू हो चुका है। इलाकाई अब समस्याओं को लेकर खामोश नहीं रहना चाहते। बल्कि उन्हें उजागर करने के लिए बेबाकी से सामने आने लगे है।
शुक्रवार को नार्थ सिटी का पॉश इलाका आवास विकास कालोनी में अमर उजाला मौजूद था। एसबीआई से अंदर गुजरने वाली राह में हाल में ही आरसीसी बिछी है। इसी के साथ बनी हैं दोनों छोर पर नालियाें की हुई ओवरहालिंग। इन दोनों काम में धांधली का आरोप लगाने के बजाए रामदास मौर्या तो फावड़ा उठा कर डट गए घर के सामने बनी नाली की गुणवत्ता दिखाने। रामदास जो दिखाना चाहते है वह बाहर आ गया। मसलन नाली में ईंट के बजाए अद्घा लगाए गए थे। वह भी एक परत भर। इलाके की सुधा शुक्ला ने तो ठेकेदार पर दूसरों के अद्घा उठाकर नाली में लगाने के आरोप लगाने से गुुरेज नहीं किया। सुधा का इशारा घर के दूसरी छोर पर जमा अद्धी ईंटों व रोड़ों से था।
क्या कहती है पब्लिक
1- संतोष कुमार- नगर पालिका ने जो आरसीसी बिछाई है उससे जलभराव की समस्या से निजात नहीं मिलने वाली। अलबत्ता सच तो यह है कि अब पहले से अधिक समस्या बढ़ गई है।
2- नितिन सहाय- ठेकेदार ने मनमानी की है। जिसे देखने के लिए नगर पालिका के जवाबदेह नहीं आए। ऐसे में गुणवत्ता से खूब खेल हुआ। काम को लेकर यदि टोका गया तो अनसुनी कर अपना मिशन पूरा कर लिया।
3- प्रदीप कुमार- लगा था सड़क बनने से अब राह आसान हो जाएगी। लेकिन जिस प्रकार का निर्माण हुआ है उससे समस्या विकराल जरूर हो गई है। आरसीसी नाम की है और नाली तो एक भी बरसात चलने वाली नहीं।
-दीपक श्रीवास्तव- विकास के जो भी कार्य हो उनकी निगहबानी जरूर की जानी चाहिए। देखा जो तो इसके लिए हम सभी भी जवाबदेह है। जो दिखा नहीं पाते है। लेकिन अब पब्लिक का नजरिया बदला है।
दोष सिद्ध होने पर कार्रवाई तय- एडीएम
निर्माण कार्य से संबंधित शिकायतें दर्ज कराने के लिए जेई का मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया गया है। हो सकता है आज किसी बंदे को रिस्पांस न मिला हो। वैसे वह खुद निर्माण कार्यों को देख रहे हैं। दोष उजागर होने पर कार्रवाई तय है। उदयराज सिंह-एडीएम फतेहपुर