सोमवार को दिनदहाड़े राधाकृष्ण मंदिर से चोर अष्टधातु की चार मूर्तियां चोरी कर ले गए। वारदात की सूचना पर पहुंची डॉग स्क्वाएड की टीम ने जांच की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। आसपास मोहल्ले वाले भी मौके पर पहुंच गए। पुजारी ने घटना की तहरीर दी है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मूर्तियों की धातु को लेकर पुजारी व पुलिस के बयानों में विरोधाभास है। कोतवाली फतेहगढ़ के मोहल्ला गोलाकोहना में प्राचीन राधाकृष्ण का मंदिर है। इस मंदिर में पुजारी गोपालजी मंदिर के ऊपरी हिस्से में रहते हैं।
मंदिर में अष्टधातु की तीन मूर्तियां भगवान लड्डूगोपाल और एक मूर्ति भगवान बावन की लगी थी। सोमवार की सुबह करीब 11 बजे पुजारी ने मंदिर में भोग लगाया। इसके बाद वह ऊपरी मंजिल पर हो रहे काम को देखने के लिए चले गए। इसी बीच चोर मंदिर में घुसे और तीन लड्डू गोपाल और एक भगवान बावन की चोरी कर ले गए।
कुछ समय बाद जब पुजारी नीचे उतार कर आए तो वहां पर मुकुट जमीन पर पड़े हुए थे। मूर्तियां गायब थी। यह देखकर पुजारी के होश उड़ गए। देखते ही देखते वहां पर मोहल्ले वालों की भीड़ जमा हो गई। इस की सूचना कोतवाली पुलिस को दी गई। सूचना पर पुलिस और डॉग स्क्वाएड और फोरेंसिक की टीम ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की।
हालांकि कोई सुराग नहीं मिला। पुजारी का कहना था कि यह मूर्तियां वर्षों पुरानी है। इनकी कीमत लाखों में बताई जा रही है। इस घटना से स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति आक्रोश दिखाई दिया। लोगों का कहना था कि जल्द घटना का खुलासा नहीं किया तो वह लोग इसको लेकर आंदोलन करेंगे।
कोतवाल अनूप कुमार निगम का कहना है कि मूर्तियां पीतल की बताई गई हैं। पता करा रहे हैं कि इनकी कीमत कितनी है। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर चोरों का जल्द पता लगाएंगे।
सोमवार को दिनदहाड़े राधाकृष्ण मंदिर से चोर अष्टधातु की चार मूर्तियां चोरी कर ले गए। वारदात की सूचना पर पहुंची डॉग स्क्वाएड की टीम ने जांच की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। आसपास मोहल्ले वाले भी मौके पर पहुंच गए। पुजारी ने घटना की तहरीर दी है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मूर्तियों की धातु को लेकर पुजारी व पुलिस के बयानों में विरोधाभास है। कोतवाली फतेहगढ़ के मोहल्ला गोलाकोहना में प्राचीन राधाकृष्ण का मंदिर है। इस मंदिर में पुजारी गोपालजी मंदिर के ऊपरी हिस्से में रहते हैं।
मंदिर में अष्टधातु की तीन मूर्तियां भगवान लड्डूगोपाल और एक मूर्ति भगवान बावन की लगी थी। सोमवार की सुबह करीब 11 बजे पुजारी ने मंदिर में भोग लगाया। इसके बाद वह ऊपरी मंजिल पर हो रहे काम को देखने के लिए चले गए। इसी बीच चोर मंदिर में घुसे और तीन लड्डू गोपाल और एक भगवान बावन की चोरी कर ले गए।
कुछ समय बाद जब पुजारी नीचे उतार कर आए तो वहां पर मुकुट जमीन पर पड़े हुए थे। मूर्तियां गायब थी। यह देखकर पुजारी के होश उड़ गए। देखते ही देखते वहां पर मोहल्ले वालों की भीड़ जमा हो गई। इस की सूचना कोतवाली पुलिस को दी गई। सूचना पर पुलिस और डॉग स्क्वाएड और फोरेंसिक की टीम ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की।
हालांकि कोई सुराग नहीं मिला। पुजारी का कहना था कि यह मूर्तियां वर्षों पुरानी है। इनकी कीमत लाखों में बताई जा रही है। इस घटना से स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति आक्रोश दिखाई दिया। लोगों का कहना था कि जल्द घटना का खुलासा नहीं किया तो वह लोग इसको लेकर आंदोलन करेंगे।
कोतवाल अनूप कुमार निगम का कहना है कि मूर्तियां पीतल की बताई गई हैं। पता करा रहे हैं कि इनकी कीमत कितनी है। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर चोरों का जल्द पता लगाएंगे।