फर्रुखाबाद। बरेली-इटावा हाईवे पर एक कूरियर कंपनी के गोदाम के ताले खोलकर स्मार्ट लॉकर में रखे 8.58 लाख रुपये की चोरी कर लिए गए। चोर लॉकर और शटर के ताले भी बंद करके चले गए। गोदाम में लगा डीवीआर साथ ले गए और वाईफाई भी तोड़ दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंच मामले की जांच की।
शहर के बरेली-इटावा हाईवे पर मसेनी के पास चांदपुर गांव की सीमा में डेल्हीबेरी प्राइवेट लिमिटेड का गोदाम है। इसकी देखरेख हरदोई के लोनार थाने के गांव भीकपुर निवासी टीम लीडर गौरव सिंह, शहर के मोहल्ला गढ़ी अब्दुल मजीद निवासी फील्ड सुपरवाइजर मयंक अग्निहोत्री करते हैं। रविवार को गौरव अवकाश पर थे।
मयंक ने रात करीब नौ बजे स्मार्ट लॉकर में 8 लाख 58 हजार 901 रुपये रख दिए। वे शटर बंद करके घर चले गए। रोजाना की तरह बाहर से आने वाले माल को उतरवाने के लिए सोमवार सुबह करीब सवा पांच बजे पहुंचे। बाहर आने पर उनके मोबाइल में वाईफाई चालू नहीं हुआ। इस पर शंका हुई। उन्होंने शटर के गेट खोले तो वाईफाई डिवाइस जमीन पर पड़ी थी। डीवीआर गायब था। उन्होंने इसकी सूचना एरिया मैनेजर आकाश सिंह और टीम लीडर गौरव सिंह को दी।
इसी दौरान लॉकर खोल कर देखा गया तो उसमें रखे पूरे रुपये गायब थे। कंपनी के उच्चाधिकारियों को भी सूचना दी गई। दोपहर में आकाश सिंह व गौरव सिंह भी पहुंचे। पुलिस को सूचना दी गई। कुछ ही देर में पहुंची कोतवाली पुलिस ने घटना की जानकारी ली। एरिया मैनेजर की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
चोरी में कंपनी के ही साथी का हाथ
टीम लीडर मयंक अग्निहोत्री को मुख्य शटर और लॉकर के ताले लगे मिले। सिर्फ डीवीआर गायब था और वाईफाई डिवाइस टूटी थी। इससे साफ है कि कंपनी में ही काम करने वाले जानकार का ही इस घटना में हाथ है, तभी सब कुछ बंद कर दिया गया।
डेढ़ साल पहले निकाले कर्मचारी पर शक
कंपनी ने मोहम्मदाबाद के एक मोहल्ला निवासी युवक को डेढ़ साल पहले निकाल दिया था। उसे ग्राहक का मोबाइल बदलते समय सीसीटीवी कैमरे में पकड़ लिया गया था। रविवार को वह गोदाम पर आया था। मयंक की बाइक भी ले गया था। मयंक ने बताया कि लॉकर का पासवर्ड नौ लोगों के पास रहता है। कर्मचारी को निकालने के बाद पासवर्ड बदला भी नहीं गया था।