शमसाबाद। भाई की हत्या की रंजिश में अभियुक्त की गला काट कर निर्मम हत्या कर देने के मामले में रविवार की सुबह गोताखोरो ने प्रदीप का सिर गंगा में ढूंढ निकाला। वहीं पुलिस ने हत्या आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया छुरा बरामद कर लिया।
कोतवाली कायमगंज क्षेत्र के गांव मदारपुर निवासी रमेश पुत्र मेवाराम की वर्ष 2010 में होली के आखत डालने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमे प्रदीप नामजद था। शनिवार को मदारपुर निवासी सर्वेश ने अपने साथी यशवीर के साथ अपने भाई के हत्यारे प्रदीप को शमसाबाद के ढाईघाट गंगा क्षेत्र में बुलाकर धारदार हथियारों से गला काटकर हत्या कर दी थी और धड़ को गंगा के किनारे फेंकक सिर गायब कर दिया था।
रविवार को पुलिस ने प्रदीप के सिर को खोजने के लिए गोताखोरों को फिर गंगा में उतारा। काफी मशक्कत के बाद उसका सिर गंगा से बरामद हो गया। पुलिस ने हत्यारों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त छुरा भी बरामद कर लिया इधर मृतक प्रदीप के पिता अरविंद की ओर से उक्त हत्यारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों का चालान कर दिया।