अमृतपुर (फर्रुखाबाद)। शादी से पहले अधेड़ के साथ भागी लड़की का तीन दिन तक पता न चलने पर सैकड़ों सशस्त्र लोगों ने गांव अमैयापुर के मजरा कटैला में दलितों के घरों पर धावा बोल दिया। शुक्रवार रात नौ से तड़के चार बजे तक बेखौफ तांडव हुआ। छेनी-हथौड़ियों से कई पक्के मकान ढहा दिए गए। उपद्रवियों ने महिलाओं-बच्चों को बंधक बनाकर पीटा और नकदी-जेवर के साथ अनाज व जानवर भी लूट ले गए। दलितों ने खेतों में छिपकर जान बचाई। थाना पुलिस को सुबह नौ बजे घटना की सूचना मिली। उपद्रवियों को पकड़ने के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं। दोतरफा रिपोर्ट दर्ज कर गांव में फोर्स तैनात कर दिया गया है।
क्षेत्र के ग्राम सभा अमैयापुर के मजरा खाकिन 18 वर्षीय युवती को मजरा कटैला का 42 वर्षीय द्वारपाल 30 मई की रात भागवत कथा के दौरान भगा ले गया। युवती की 12 जून को शाहजहांपुर से बारात आनी है। लड़की के भाग जाने का पता चलने पर परिजन लोकलाज और शादी टूट जाने के भय से कोतवाली पुलिस को सिर्फ मौखिक सूचना देकर तलाश में जुट गए। तीन दिन तक जब कोई सुराग नहीं मिला तो एक जून की रात करीब नौ बजे गांव अमैयापुर, गहलवार, कटैला आदि के समुदाय विशेष के पांच सौ से अधिक लोगों ने असलहों और छेनी, हथौड़ों से लैस होकर कटैला में दलितों के घरों पर धावा बोल दिया।
शुक्रवार की रात उपद्रवियों ने सबसे पहले द्वारपाल के घर हमला कर परिवार के लोगों को पीटा और पूरा घर ढहा दिया। घरेलू सामान नष्ट कर दिए। नकदी, जेवर के साथ अनाज भी लूट ले लिए। इसके बाद भीड़ की शक्ल में हमलावरों ने सूरजमुखी, मोरपाल, मदनपाल, दाताराम, दयाराम, बाबूराम, वीरपाल, रतिराम, बुद्धपाल, रामसुधाकर के घरों को निशाना बनाया। यहां भी तोड़फोड़, लूटपाट का सिलासिला चला। पुरुषों के अलावा महिलाओं, बच्चों को भी पीटा गया। जानवर तक खोल ले गए।
रात भर जारी रहे तांडव से सहमे ग्रामीण भागकर मक्के के खेतों में दुबक गए। इसके बाद हमलावर गांव अमैयापुर निवासी जुगुलकिशोर के घर में तोड़फोड़ करने लगे। जुगुलकिशोर छत से ही कूद कर भाग गया। हमलावरों ने महिलाओं और बच्चों को पीटा। जुगुलकिशोर के छोटे भाई दिलीप की पत्नी प्रीती के बक्से से 30 हजार रुपए, चांदी का बिछवा, सोने की झुमकी, मांगटीका लूट ले गए। सुबह चार बजे तक तांडव जारी रहा। थाना पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
शनिवार सुबह नौ बजे कंट्रोल रूम को सूचना मिली। वहां से थाना पुलिस को घटना का पता चला। थानाध्यक्ष सुनीलदत्त ने पहले तो कुछ पुलिस वालों को भेज दिया। खुद एक घंटे बाद पहुंचे। एएसपी ओपी सिंह, एडीएम और सीओ अभय गुप्ता दोपहर 2.30 बजे गए। एएसपी ने बताया कि हमलावरों को पकड़ने के लिए अमृतपुर और राजेपुर के थानाध्यक्षों के अलावा एसओजी टीम को भी लगाया है। घटना की दोतरफा रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। गांव में चार सिपाही, एक दारोगा को तैनात कर दिया गया है।
अमृतपुर (फर्रुखाबाद)। शादी से पहले अधेड़ के साथ भागी लड़की का तीन दिन तक पता न चलने पर सैकड़ों सशस्त्र लोगों ने गांव अमैयापुर के मजरा कटैला में दलितों के घरों पर धावा बोल दिया। शुक्रवार रात नौ से तड़के चार बजे तक बेखौफ तांडव हुआ। छेनी-हथौड़ियों से कई पक्के मकान ढहा दिए गए। उपद्रवियों ने महिलाओं-बच्चों को बंधक बनाकर पीटा और नकदी-जेवर के साथ अनाज व जानवर भी लूट ले गए। दलितों ने खेतों में छिपकर जान बचाई। थाना पुलिस को सुबह नौ बजे घटना की सूचना मिली। उपद्रवियों को पकड़ने के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं। दोतरफा रिपोर्ट दर्ज कर गांव में फोर्स तैनात कर दिया गया है।
क्षेत्र के ग्राम सभा अमैयापुर के मजरा खाकिन 18 वर्षीय युवती को मजरा कटैला का 42 वर्षीय द्वारपाल 30 मई की रात भागवत कथा के दौरान भगा ले गया। युवती की 12 जून को शाहजहांपुर से बारात आनी है। लड़की के भाग जाने का पता चलने पर परिजन लोकलाज और शादी टूट जाने के भय से कोतवाली पुलिस को सिर्फ मौखिक सूचना देकर तलाश में जुट गए। तीन दिन तक जब कोई सुराग नहीं मिला तो एक जून की रात करीब नौ बजे गांव अमैयापुर, गहलवार, कटैला आदि के समुदाय विशेष के पांच सौ से अधिक लोगों ने असलहों और छेनी, हथौड़ों से लैस होकर कटैला में दलितों के घरों पर धावा बोल दिया।
शुक्रवार की रात उपद्रवियों ने सबसे पहले द्वारपाल के घर हमला कर परिवार के लोगों को पीटा और पूरा घर ढहा दिया। घरेलू सामान नष्ट कर दिए। नकदी, जेवर के साथ अनाज भी लूट ले लिए। इसके बाद भीड़ की शक्ल में हमलावरों ने सूरजमुखी, मोरपाल, मदनपाल, दाताराम, दयाराम, बाबूराम, वीरपाल, रतिराम, बुद्धपाल, रामसुधाकर के घरों को निशाना बनाया। यहां भी तोड़फोड़, लूटपाट का सिलासिला चला। पुरुषों के अलावा महिलाओं, बच्चों को भी पीटा गया। जानवर तक खोल ले गए।
रात भर जारी रहे तांडव से सहमे ग्रामीण भागकर मक्के के खेतों में दुबक गए। इसके बाद हमलावर गांव अमैयापुर निवासी जुगुलकिशोर के घर में तोड़फोड़ करने लगे। जुगुलकिशोर छत से ही कूद कर भाग गया। हमलावरों ने महिलाओं और बच्चों को पीटा। जुगुलकिशोर के छोटे भाई दिलीप की पत्नी प्रीती के बक्से से 30 हजार रुपए, चांदी का बिछवा, सोने की झुमकी, मांगटीका लूट ले गए। सुबह चार बजे तक तांडव जारी रहा। थाना पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
शनिवार सुबह नौ बजे कंट्रोल रूम को सूचना मिली। वहां से थाना पुलिस को घटना का पता चला। थानाध्यक्ष सुनीलदत्त ने पहले तो कुछ पुलिस वालों को भेज दिया। खुद एक घंटे बाद पहुंचे। एएसपी ओपी सिंह, एडीएम और सीओ अभय गुप्ता दोपहर 2.30 बजे गए। एएसपी ने बताया कि हमलावरों को पकड़ने के लिए अमृतपुर और राजेपुर के थानाध्यक्षों के अलावा एसओजी टीम को भी लगाया है। घटना की दोतरफा रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। गांव में चार सिपाही, एक दारोगा को तैनात कर दिया गया है।