कायमगंज। गेहूं भंडारण के लिए पुलिस बल के साथ टीन शेड खाली कराने पहुंचे मंडी कर्मचारियों व व्यापारियों में नोकझोंक हो गयी। जिस पर व्यापारियों ने मंडी समिति के कर्मचारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। व्यापारियों का आरोप था कि कर्मचारियों का व्यवहार ठीक नहीं था। जबकि कर्मचारियों का कहना था कि उन्होने केवल टीन शेड खाली करने को कहा। इधर मामले की सूचना पर मंडी सचिव मौके पर पहुंचे और व्यापारियों की बात सुनी। उन्होने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप गेहूं भंडारण के लिए जितनी टीन शेडों की आवश्यकता होगी वह लिए जाएंगे।
शनिवार को मंडी समिति के निरीक्षक जगवंत सिंह, सहायक सुशील कुमार अन्य कर्मचारियों व पुलिस फोर्स के साथ गेहूं भंडारण के लिए टीन शेड खाली कराने पहुंचे। पुलिस बल व कर्मचारियों के व्यवहार पर व्यापारी रोषित हो गए। व्यापारियों का कहना है कि मंडी कर्मचारियों ने तल्ख रवैये से सामान हटाने को कहा। जबकि कर्मचारियों का कहना था कि उन्होने सिर्फ सामान हटाने को कहा था। इधर कर्मचारियों इस व्यवहार पर आरोप लगाते हुए व्यापारियों ने नारेबाजी शुरू कर दी। मंडी समिति के कर्मचारियों ने इस मामले से सचिव को अवगत कराया। जिस पर कुछ देर बाद ही मंडी सचिव धमेंद्र सिंह यादव मौके पर पहुंचे और उन्होने व्यापारियों से वार्ता की। व्यापार मंडल के वरिष्ठ व्यापारी नेता संजय गुप्ता व अमरनाथ दुबे ने कहा कि वह लोग ये वस्तुएं कहां ले जाएंगे। लिहाजा उनके टीन शेड खाली न कराए जाएं। जिस पर मंडी सचिव ने कहा कि जिलाधिकारी का आदेश है कि गेहूं भंडारण के लिए टीन शेड खाली कराएं जाएं। इस पर व्यापारियों ने कहा कि वह मौके पर जाकर उनकी वस्तुस्थिति को देखें कि वह लोग इतना ज्यादा सामान कहां रखें। मंडी सचिव मौके पर पहुंचे और जायजा और कहा कि वह तब तक अपना सामान मंडी समिति के पश्चिम की तरफ खाली जगह में रख लें। वहां पर धूप न आए इसके लिए बल्ले व मोमिया तनवाकर सामान रखकर व्यापार कर सकते हैं। इस पर व्यापारी मायूस दिखे। व्यापारियों से यह कहने के बाद मंडी सचिव वापस लौट गए।