अमृतपुर। यूपी स्टेट एग्रो के गेहूं क्रय केंद्र अमृतपुर में जिलाधिकारी के छापे के दौरान अनुपस्थित मिले केंद्र प्रभारी सहित दो लोगों के खिलाफ दस दिन बाद मुकदमा दर्ज कराया गया है। इनमें एक युवक मौके पर तौल करते पाया गया था लेकिन उसके पास गेहूं से संबंधित किसान बही नहीं थी।
मालूम हो कि जिलाधिकारी डा.मुथुकुमार स्वामी बी. ने 21 मई को अमूतपुर क्षेत्र में गेहूं क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण किया था। यूपी स्टेट एग्रो के केंद्र प्रभारी राधेलाल उस समय अनुपस्थित मिले थे। जबकि एक युवक रवि कुमार गेहूं की तौल कर रहा था। वहां गेहूं से संबंधित कोई किसान नहीं था और रवि कुमार के पास किसान बही नहीं थी। इस पर जिलाधिकारी ने मुकदमा दर्ज कराए जाने का आदेश दिया था। उसी आदेश के अनुपालन में यूपी स्टेट एग्रो के जिला प्रबंधक श्रीनिवास ने गुरुवार को राधेलाल और रवि कुमार के खिलाफ थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करा दिया।
दूसरी ओर तहसीलदार श्रीराम सचान ने गुरुवार को क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। राजेपुर में पीसीएफ द्वारा संचालित क्रय केंद्र पर पहुंचे तो पता चला कि वह 15 दिन से बंद पड़ा है। राज्य कर्मचारी कल्याण निगम के केंद्र पर पहुंचे तो पता चला कि बुधवार को वहां 167 बोरे गेहूं की खरीद हुई थी जबकि गुरूवार को 417 कुंटल गेहूं उसी केंद्र पर खरीदा गया था। इस पर तहसीलदार ने संदेह जाहिर किया कि एक दिन में गेहूं खरीद इतनी बढ़ कैसे गए। तहसीलदार ने इसके बाद हाट शाखा का निरीक्षण किया। वहां गेहूं की तौल होते पाई गई लेकिन यह भी मालूम हुआ कि प्रत्येक दिन पांच से छह सौ कुंटल गेहूं खरीदने की क्षमता है। इसलिए एक और कांटे की आवश्यकता है। तहसीलदार ने इन तीनों ही केंद्रों की निरीक्षण रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपने की बात कही।