फर्रुखाबाद। धर्म प्रसार कार्यकर्ताओं के हिंदू धर्म के खिलाफ चल रहे षडयंत्रों के सचेत रहना चाहिए। साथ ही लोगों में समरसता की भावना लाते हुए उन्हें जाग्रत करें। यह बातें बीती 28 मई से शुरु हुए विश्व हिंदू परिषद के धर्म प्रसार विभाग के अभ्यास वर्ग के समापन पर अखिल भारतीय महामंत्री जुगुल किशोर ने गुरुवार को कहीं।
सरस्वती विद्या मंदिर श्यामनगर में चल रहे अभ्यास वर्ग में उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता अपने क्षेत्रों का भ्रमण करें और परषिद के जोड़े। साथ ही उन्हें परिषद और धर्म प्रसार की गतिविधियों की जानकारी दें। उन्होंने कहा कि समय-समय पर अभ्यास वर्ग कार्यक्रम होते रहने चाहिए। इससे सेवाभाव के साथ ही गतिविधियों के बारे में जानकारी होती रहती है। इससे पूर्व उन्होंने बुधवार को अभ्यास वर्ग का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म के खिलाफ धर्मांतरण की साजिश चल रही है। धर्मांतरण कराने के लिए विदेशों से करोड़ों रुपया ईसाई मिशनरियों को भेजा जा रहा है। इस धन का उपयोग हिंदूओं का धर्मांतरण कराने में किया जा रहा है। मणिपुर, मेघायल, उड़ीसा आदि प्रांतों में धन का लालच देकर वनवासियों और आदिवासियों का धर्मांतरण कराया जा रहा है। साथ ही धर्मांतरण करने के लिए जोर जबरदस्ती भी की जा रही है। इसके बाद भी केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है। इसी तरह इस्लामिक ताकतें लव जिहाद के नाम पर धर्मांतरण कराने में जुटीं हैं। वोट बैंक की खातिर केंद्र के अलावा कई प्रांतों की सरकारें मुस्लिम तुष्टीकरण को बढ़ावा दे रहीं हैं।
क्षेत्रीय प्रमुख देवीसहाय पालीवाल ने जिले के प्राचीन स्थल, कंपिल, जैन धर्म, बौद्ध धर्म के पौराणिक स्थलों, फर्रुखाबाद के पांडवेश्वरनाथ मंदिर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिला धर्म प्रसार प्रमुख दयाशंकर वर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर योगेश शुक्ला जोगी, नंदकिशोर शुक्ला, रामकुमार अग्रवाल, ज्ञानप्रकाश पाठक, हरश्चिंद्र, गयाप्रसाद, जगमोहन यादव, राधाचरन वर्मा, बाबूलाल सविता, जगमोहन यादव, गंगादास, बृजमोहन दीक्षित, अरविंद चौहान आदि मौजूद रहे।