मोहम्मदाबाद। छह दिन बाद अपहरणकर्ता दूधिया सूर्यकांत दुबे को थाना शमसाबाद क्षेत्र के गांव भगवानपुर में वाहन से छोड़कर चले गए। दूधिया भगवानपुर गांव से लगे जिला शाहजहांपुर के थाना मिर्जापुर के गांव नगला मुंशी के रहने वाले प्रधान रामशंकर पांडेय के घर पहुंचा और आप बीती सुनाई। प्रधान की सूचना पर पहुंची मोहम्मदाबाद पुलिस दूधिए को लेकर कोतवाली आई। पुलिस दूधिए से पूछताछ कर रही है। उधर, दूधिए का कहना है कि अपह्रता उससे 15 लाख फिरौती की मांग करते थे और पूरे दिन आंखों में पट्टी बांधकर रखते थे। सूर्यकांत के हाथ पर रस्सी की रगड़ के निशान भी थे।
गौरतलब है कि 25 मई को रात 8.30 बजे दूधिया सूर्यकांत दुबे का धीरपुर चौराहा-पखना मार्ग पर बाइक से दूध देने जाते वक्त अपहरण कर लिया गया था। आज तड़के 4 बजे सूर्यकांत शमसाबाद थाना क्षेत्र के गांव भगवानपुर से लगे जिला शाहजहांपुर के थाना मिर्जापुर के गांव नगला मुंशी के रहने वाले प्रधान रामशंकर के घर पहुंचा और घटना की जानकारी दी। प्रधान ने मोहम्मदाबाद कोतवाली पुलिस को सूचना दी दी। एसओ ऋषिपाल सिंह अपह्रत के चचेरे भाई कुलदीप दुबे के साथ प्रधान के घर पहुंचे। उन्होंने सूर्यकांत से पूछताछ की। सूर्यकांत ने बताया कि अपहरणकर्ता उसकी आंख पर पट्टी और हांथ बांधकर रखते थे। सुबह और शाम आधी-आधी रोटी खाने में दिया करते थे। अपहरणकर्ता कहते थे कि उसके पास काफी जमीन, गाय आदि है। 15 लाख की फिरौती लेने के बाद छोड़ेंगे। उसने बताया कि गत मंगलवार की रात करीब 2.30 बजे अपहरणकर्ता उसे आल्टो कार से लाए और गांव भगवानपुर के पास स्थित दूसरे गांव में छोड़कर चले गए। वहां से वह भगवानपुर के रहने वाले प्रधान रामशंकर के घर आया। पुलिस दूधिए को लेकर कोतवाली चली गई। उधर, कोतवाल ऋषिपाल सिंह ने बताया कि अपहरणकर्ता सूर्यकांत को छोड़कर चले गए। सूर्यकांत से पूछताछ की जा रही है। उधर, कुलदीप दुबे ने बताया कि प्रधान रामशंकर पांडेय उनके रिश्तेदार हैं। सूर्यकांत के घर लौट आने से पुलिस ने राहत की सांस ली। वहीं परिजन काफी खुश थे। सूर्यकांत की पत्नी सुनीता का तो खुशी का ठिकाना ही नहीं था।