अमृतपुर। क्षेत्र के गेहूं क्रय केंद्रों पर तौल बंद है। किसान भीषण गर्मी में काफी परेशान हैं लेकिन पहले से खरीदे जा चुके माल के उठान न होने का बहाना बनाकर क्रय केंद्र के प्रभारी और कर्मचारी किसानों से गेहूं नहीं ले रहे हैं। राजेपुर की हाट शाखा के अलावा अमृतपुर और सलेमपुर के सभी क्रय केंद्रों पर तौल दो सप्ताह से बंद है। व्यापारियों के हाथ किसान गेहूं कम दाम में बेच रहे हैं।
अमृतपुर तहसील क्षेत्र में गेहूं खरीद के लिए यूपीएसएस, यूपी स्टेट एग्रो, राज्य कर्मचारी कल्याण निगम और पीसीएफ के क्रय केंद्र खोले गए हैं। राजेपुर की हाट शाखा, गूजरपुर, हुसैनपुर, भरखा, और गांधी में भी केद्र खुले हैं। इनमें राजेपुर की हाट शाखा के अलावा अन्य केंद्रों पर किसानों से गेहूं खरीद बंद है। जिलाधिकारी से किसानों ने शिकायत की थी जिस पर 21 मई को डा.मुथुकुमार स्वामी बी. ने औचक निरीक्षण कर कर्मचारियों को फटकार लगाई थी और किसानों से गेहूं खरीदने के लिए निर्देश दिया था। जिलाधिकारी के इस आदेश के बावजूद केंद्रों पर खरीद अभी चालू नहीं हो सकी है। किसानों का कहना है कि खरीद कार्य करीब दो सप्ताह से बंद है। दूसरी ओर खरीद केंद्रों के प्रभारी यह कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं कि पहले से खरीदे जा चुके गेहूं से जगह भरी है। जिसे ठेकेदार उठान नहीं कर रहा है। इसीलिए किसानों से और गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है। इन सभी स्थानों पर गेहूं खरीद बंद होने से किसान राजेपुर की हाट शाखा पहुंच रहे हैं। तहसीलदार श्रीराम सचान ने बताया कि 24 मई को उन्होंने निरीक्षण किया था तो केंद्रों पर गेहूं खरीद बंद मिली थी इसकी रिपोर्ट उन्होंने जिलाधिकारी को दे दी थी। राजेपुर के सहायक विपणन अधिकारी राम औतार ने बताया कि अब तक 18 हजार कुंटल गेहूं खरीद चुके हैं। फिलहाल क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद बंद होने से अधिकतर किसान खुले बाजार में अपने गेहूं बेच रहे हैं। जहां उन्हें 1285 रुपए समर्थन मूल्य की अपेक्षा काफी कम राशि मिल रही है। इस घाटे से बचने के लिए कई किसान राजेपुर के केंद्र पर पहुंचकर गेहूं की तौल करा रहे हैं।