फर्रुखाबाद। ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर डुप्लीकेट रिफाइंड ऑयल और सरसों तेल में मिलावट का धंधा करने वाले व्यापारी प्रशासनिक कार्रवाई में तो फंसे ही, अपने संगठन के नेताओं की नजरों से भी गिर गए हैं। व्यापारिक संगठनों ने ऐसे व्यापारियों की मदद करने से साफ इंकार कर दिया है जिनकी संलिप्तता बुधवार को उजागर हुए गोरखधंधे में पाई गई थी। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कहा है कि जनता के साथ इस कदर धोखा कर अपने भंडार भरना सर्वथा अमावनीय है। उधर गुरुवार को लिंजीगंज और मन्नीगंज बाजार में दुकानें खुलीं और तमाम दुकानदारों की जुबान पर बुधवार को अपने ही साथियों द्वारा किए गए गोरखधंधे की चर्चा रही।
लिंजीगंज और मन्नीगंज की बाजार में तेल का खेल बुधवार को उजागर हुआ था। मंगलवार की रात से लेकर बुधवार को पूरे दिन चली छापे की कार्रवाई में पुलिस प्रशासन और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को भारी मात्रा में पामोलिन ऑयल, ब्रांडेड कंपनियों के नकली रैपर, ढक्कन, सरसों तेल में मिलावट करने वाली मशीन आदि मिले थे।
करीब 18 घंटे तक चली छापे की कार्रवाई के बाद पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था। इसके अलावा एक कोटेदार के भाई समेत चार लोगों को केरोसिन ऑयल में मिलावट कर उससे डीजल बनाए जाने के आरोप में पकड़ा गया था। इस दोनों गोरखधंधे पर व्यापार मंडल संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
लिंजीगंज व्यापार मंडल के अध्यक्ष कमलेश कुमार उर्फ नन्हू ने कहा है कि कुछ दुकानदारों द्वारा मामूली रूप से डुप्लीकेट माल बेचे जाने की जानकारी उन्हें काफी पहले से मिल रही थी लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई में कई व्यापारियों के बड़े गोरखधंधे का खुलासा होने से वे हैरान हैं। उन्होंने कहा कि तेल में मिलावट कर भोली भाली जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ और किसी ब्रांडेड खाद्य पदार्थ की डुप्लीकेसी कर दूनी कीमत का मुनाफा कमाना पूरी तरह से अनुचित है इसलिए ऐसे व्यापारियों के पक्ष में व्यापार मंडल नहीं है। नगर उद्योग प्रतिनिधि व्यापार मंडल (कंछल गुट)के अध्यक्ष मनोज मिश्रा ने कहा कि उनका व्यापार मंडल ऐसे व्यापारियों के समर्थन में नही है जो कि मिलावट या डुप्लीकेसी का धंधा कर अपने भंडार भरते हैं। कहा कि जनता को धोखा देने वालों को सजा मिलनी ही चाहिए।
दूसरी ओर लिंजीगंज, मन्नीगंज की सभी दुकानें गुरुवार को सामान्य रूप से खुलीं। सामग्रियों की खरीद फरोख्त रोज की तरह हुई। सुबह दुकानें खुलने के समय से काफी देर तक जगह-जगह व्यापारी बुधवार को पड़े छापे की कार्रवाई पर ही चर्चा करते रहे और कई लोगों की जुबान पर अपने साथियों के गोरखधंधे की चर्चा रही।