फर्रुखाबाद। पेट्रोल के दाम में बढोत्तरी होने की घोषणा होते ही पेट्रोल पंपों पर वाहनों की भरमार लग गई। कुछ पेट्रोल पंप संचालकों ने तो बिक्री ही बंद कर दी ताकि रात बारह बजे तक जो पेट्रोल बचे उस पर लंबा मुनाफा कमा सकें। जबकि ठंडी सड़क पर स्थित पेट्रोल पंप पर ग्राहकों से पहले कहासुनी हुई फिर सूचना मिलने पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट और जिला पूर्ति अधिकारी ने वहीं पर बैठकर पेट्रोल बिकवाया।
मालूम हो कि बुधवार को पेट्रोल के दाम में साढ़े सात रुपए बढोत्तरी की सरकारी घोषणा हुई। टेलीवीजन पर समाचार चैनलों में यह खबर देखते हुए शहर और देहात क्षेत्र के वाहन स्वामी अपने वाहनों को लेकर पेट्रोल पंप पर पहुंच गए। जिससे कि दाम बढ़ने से पहले पेट्रोल टंकी फुल कराकर कुछ तो पैसे की बचत की जा सके। उधर कुछ पेट्रोल पंप वालों ने बिक्री ही बंद कर दी। पेट्रोल पंप बंद हो गए। ठंडी सड़क पर खुले रहे पेट्रोल पंप पर दर्जनों वाहन चालक अपने वाहनों के साथ पहुंच गए। पहले तो पेट्रोल पंप के सेल्स मैनों ने बिक्री में आना कानी की फिर वहीं गाड़ी आगे बढ़ाकर पहले पेट्रोल पाने की फिराक में ग्राहकों के बीच ही बहसबाजी होने लगी। इस पर कुछ लोगों ने वहीं से फोन के द्वारा यह सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को दी। थोड़ी देर बाद पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट बीडी वर्मा और जिला पूर्ति अधिकारी आर एन चतुर्वेदी ने अपने सामने ही पेट्रोल की बिक्री शुरू करवाई। दोनों अधिकारी काफी देर तक पेट्रोल पंप पर ही बैठे रहे। जिससे ग्राहकों को कुछ राहत मिली। फर्रुखाबाद में हतियापुर बाईपास रोड के समीप स्थित पेट्रोल पंप पर पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए। पुलिस की मौजूदगी में ही पेट्रोल की बिक्री देर रात तक हुई। पुलिस कर्मी पेट्रोल लेने के बाद वहां किसी को भी रुकने नहीं दे रहे थे जिससे ग्राहकों और पुलिस कर्मियों के बीच भी तू तू मैं मैं हुई। वहीं नवाबगंज प्रतिनिधि के अनुसार दो पेट्रोल पंप के सेल्स मैनों ने किसी भी वाहन स्वामी की पेट्रोल टंकी में तीन लीटर से अधिक पेट्रोल नहीं दिया।