फर्रुखाबाद। सातनपुर मंडी परिसर में मंगलवार की शाम पल्लेदारों और ट्रक मालिकों के बीच जमकर मारपीट हुई और ईंट पत्थर चले। इससे वहां भयंकर अफरा तफरी मच गई और ट्रकों पर भी पथराव किया गया। खास बात यह रही कि उसी समय मंडी परिसर में सिटी मजिस्ट्रेट भगवानदीन वर्मा भी मौजूद रहे लेकिन इस मारपीट की उन्हें भनक नहीं लगने पाई। कुछ व्यापारियों ने पहुंचकर बीच बचाव किया तो विवाद थम सका। ट्रक मालिकों और चालकों में इस घटना के बाद काफी नाराजगी व्याप्त रही।
बताया जाता है कि सिटी मजिस्ट्रेट भगवानदीन वर्मा मंगलवार की शाम को सातनपुर मंडी परिसर पहुंचे थे। उन्हें पहले सीज की जा चुकी एक दुकान के संबंध में कुछ वार्ता करनी थी। दुकानदार से वार्ता हो ही रही थी तभी कुछ पल्लेदार और मंडी के व्यापारी पहुंच गए। सिटी मजिस्ट्रेट से कहा कि टीन शेड संख्या दो को गेहूं भंडारण से मुक्त रखा जाए क्योंकि कुछ दिनों बाद मक्का और मूंगफली की आवक शुरु हो रही है उस अनाज को टीन शेड में रखा जाएगा। इस बात पर सिटी मजिस्ट्रेट ने सहमति जता दी। आश्वासन से संतुष्ट हो व्यापारी और पल्लेदार वापस टीन शेड संख्या दो के पास पहुंच गए। टीन शेड के चारों तरफ गेहूं लदे ट्रक और ट्रैक्टर काफी पहले से खड़े थे। व्यापारियों और पल्लेदारों ने उन ट्रकों को हटवाना शुरू कर दिया। ट्रक चालकों और मालिकों ने कहा कि हटाया जा रहा है लेकिन उत्तेजना से काम नहीं चलेगा। इसी बात पर दोनों पक्षों में पहले कहासुनी हुई फिर गाली गलौच के साथ मारपीट भी होने लगी। कुछ लोगों ने पथराव भी किया। जबकि गुस्साए पल्लेदारों ने ट्रक के केबिनों पर भी ईंट फेंककर अपना गुस्सा उतारा।
मारपीट की इस घटना से वहां उपस्थित अन्य लोगों में अफरा तफरी मच गई। वहां का नजारा किसी युद्ध के समान हो गया। इस बीच मारपीट की सूचना मंडी परिसर में ही दूसरे टीन शेड के पास मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट को नहीं लगने पाई।
उधर, लोगों को इस घटना की जानकारी मिली तो मौके पर आ गए। व्यापारियों तथा अन्य ट्रक चालकों ने साहस बटोरते हुए हाथापाई के बीच घुसकर बीच बचाव किया। थोड़ी देर में विवाद थम सका लेकिन गाली गलौच दोनों तरफ से जारी रहने के कारण तनाव व्याप्त रहा। देर शाम तक वहां स्थिति तनाव पूर्ण लेकिन व्यापारियों के ही नियंत्रण में रही। ट्रक मालिकों और चालकों में अपने साथ हुए दुर्व्यवहार होने मारपीट किए जाने पर काफी नाराजगी व्याप्त रही।