नवाबगंज। 15 दिन पहले फुंके ट्रांसफारमर को न बदले जाने से ग्रामीणों का धैर्य मंगलवार को जवाब दे गया। ग्रामीणों ने पावर हाउस का घेराव कर चौराहे पर जाम लगा दिया। जेई व एसडीओ के आने और ट्रांसफारमर बदलने का काम शुरू होने पर ग्रामीणों ने करीब एक घंटे बाद जाम खोला।
नवाबगंज कसबे में तिराहे और चौराहे पर 250 केवी-250केवी के दो ट्रांसफारमर लगे हैं। तिराहे का ट्रांसफारमर 6 मई को धूं-धूं कर जल गया था, जिससे 500 कनेक्शनधारकों को 15 दिन से बिजली नहीं मिल रही है। कसबावासियों ने ट्रांसफारमर बदलवाए जाने के लिए कई बार विद्युत अफसरों से मांग की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आज कसबे के टिन्नी ठाकुर, राजू ठाकुर, अनुराग महाजन, प्रमोद राठौर, पंकज भारद्वाज, अमानतुल्ला सिद्दीकी, सोनू वर्मा, दीपक गुप्ता, कल्लू गुप्ता, सुरजीत गुप्ता, एलैंबिक गुप्ता ने पावर हाउस पहुंचे और घेराव कर लिया लेकिन यहां कोई भी कर्मी मौजूद नहीं था। इसके बाद यह लोग कसबा चौराहे पहुंचे और जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने कहा कि 15 दिन से बिजली न आने से उनके इलेक्ट्रानिक उपकरण शो पीस बनकर रह गए हैं। चौराहे पर लगे तार इतने ढीले हैं कि जो आए दिन आपस में टकरा जाते हैं, जिससे चिंगारी निकलती है और भगदड़ मच जाती है। साथ ही 33 केवी उप संस्थान की ओसीबी कंडम है, जिससे ठोंकपीटकर काम चलाया जा रहा है। नवाबगंज विद्युत स्टेशन पर चार मशीने लगी हैं, जिनमें से दो मशीने खराब पड़ी हैं। दो मशीनों से 70 किलोमीटर के एरिया में फैले नवाबगंज कसबे को सप्लाई दी जा रही है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कोई भी विद्युत कर्मी पेट्रोलिंग के लिए नहीं जाता है। जाम लगाए जाने की सूचना पर जेई और एसडीओ मौके पर पहुंचे। उन्होंने फुंके ट्रांसफारमर की जगह का स्थान बदलकर तार खिंचवाने का कार्य शुरू करवाया। करीब एक घंटे बाद ग्रामीणों ने जाम खोला। जेई दिनेश कुमार ने बताया नीबकरोरी से दो घंटे ही सप्लाई मिल रही है।