राजेपुर। राशन के सरकारी कोटे का चावल एक प्राइवेट दुकान पर बेच दिए जाने का मामला अधिकारियों के संज्ञान में आया है। जांच पड़ताल के लिए गांव पहुंचे तहसीलदार ने जब कोटेदार से बात की तो वह गश खाकर गिर पड़ा। कुछ लोगों ने चेहरे पर पानी छिड़क कर उसे चेतंत किया। बाद में तहसीलदार ने यह रिपोर्ट एसडीएम को सौंपी तो उन्होंने धारा 3/7 के तहत मुकदमा दर्ज कराने के लिए जिलाधिकारी के पास आख्या भेजकर अनुमति मांगी है।
बताया जाता है कि बहेलिया गांव के कोटेदार बाबूराम ने कोटे का सात कुंटल चावल चोरी छिपे मंगलवार को ले जाकर घटियाघाट पर स्थित एक प्राइवेट दुकानदार के हाथ बेच दिया। यह जानकारी कहीं से ग्राम प्रधान के पति दयाराम फौजी को लग गई। दयाराम ने एसडीएम अमृतपुर को फोन के जरिए यह सूचना दे दी तो एसडीएम ने फौरन ही तहसीलदार श्रीराम सचान को इसकी जांच करने को कहा।
दोपहर बाद श्रीराम सचान गांव पहुंच गए। ग्राम प्रधान पति सहित अन्य लोगों ने बातचीत में बताया कि कोटेदार सरकारी राशन को बाजार में बेंच देता है और कार्ड धारक परेशान रहते हैं। उसी समय घटियाघाट से लौटकर कोटेदार बाबूराम भी गांव पहुंच चुका था। तहसीलदार ने उसके पास जाकर पूछताछ की तो बाबूराम उन्हें बहकाने लगा।
सवाल और गहरे हुए तो कोटेदार तहसीलदार के सामने ही गश खाकर गिर पड़ा। इससे वहां हड़कंप मच गया। हालांकि कुछ लोगों ने चेहरे पर पानी का छिड़काव करके कोटेदार को चेतंत किया।
आरोप की पुष्टि होने पर तहसीलदार ने यह रिपोर्ट एसडीएम अरुण कुमार को सौंपी। मामला सही पाए जाने एसडीएम ने अपनी आख्या जिलाधिकारी के पास शाम के समय भेज दी और कोटेदार के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराने की अनुमति मांगी है।