फर्रुखाबाद/राजेपुर। बाढ़ के प्रकोप से गांव खरगपुर और नहरैया को बचाने के लिए भाकियू का आमरण अनशन रंग लाया। अनशनकारियों की जीवटता से जिला प्रशासन को घुटने टेकने ही पड़े। पांचवे दिन मंगलवार को अपर जिलाधिकारी कमलेश कुमार सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता को लेकर अनशन स्थल पर पहुंचे और तटबंध निर्माण कार्य शुरू कराने की बात उन्हें माननी ही पड़ी। लिखित रूप से आश्वासन मिला कि काम बुधवार से शुरू हो जाएगा और तीस जून तक खत्म करा दिया जाएगा। एडीएम से हुई वार्ता के बाद आमरण अनशनकारी मान गए। एडीएम ने उन्हें जूस पिलाकर अनशन खत्म कराया।
खरगपुर में भाकियू का आमरण अनशन 18 मई से चल रहा था। मंगलवार को उसका पांचवा दिन था। सोमवार को वहां एसडीएम अमृतपुर गए थे लेकिन उनके आश्वासन को अनशनकारियों ने नहीं माना था। उनका कहना था कि जब तक जिलाधिकारी तटबंध बनवाने के लिए आश्वस्त नहीं करते हैं तब तक अनशन जारी रहेगा। प्रशासन की अनदेखी के चलते आमरण अनशन पर बैठने वालों की संख्या छह हो गई थी जबकि मंगलवार को उसमें चार लोग श्याम बिहारी अग्निहोत्री, श्याम सिंह, दिनेश उर्फ कल्लू तथा श्री प्रकाश वाजपेई भी बढ़ गए। एक सप्ताह में जिला प्रशासन के सामने लगातार दूसरी बार यह नौबत आई कि अधिकारियों की हठधर्मिता को भूख हड़ताल से सीधी चुनौती मिली। भूख हड़ताल पर बैठे लोगों के साथ कोई अनहोनी न हो जाए इसके पहले ही जिलाधिकारी डा.मुथुकुमार स्वामी बी. ने अपर जिलाधिकारी कमलेश कुमार को अनशन स्थल पर जाने का निर्देश दिया। डीएम से मिले निर्देश पर एडीएम मंगलवार को दोपहर में खरगपुर पहुंच गए। उनके साथ सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता रतीराम, इंजीनियर के पी सिंह, अवर अभियंता रामबाबू भी गए। उन्होंने आमरण अनशन पर बैठे उदयवीर सिंह सहित महेंद्र सिंह, इंद्रेश पाल शाक्य, जिला प्रभारी राम मोहन दीक्षित तथा मंडल महासचिव श्रीप्रकाश वाजपेई से वार्ता की। करीब आधे घंटे तक हुई वार्ता में अनशनकारियों ने बाढ़ की विभीषिका और गांव वालों की समस्या से एडीएम को अवगत कराया। एडीएम ने भी माना कि समस्या वाकई है और भाकियू नेताओं की मांग जायज है। फिलहाल उन्होंने कहा कि बजट के अभाव में अभी तक तटबंध का निर्माण नहीं हो पा रहा था लेकिन बुधवार से निर्माण कार्य शुरू कराने के आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता ने आमरण अनशनकारियों को लिखित रूप से यह आश्वासन दिया कि बुधवार से ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। यह भी कहा कि काम तीस जून तक पूरा करा लिया जाएगा। दोनों तरफ से हुई सकारात्मक वार्ता के बाद अनशनकारी मान गए और अपर जिलाधिकारी ने जूस पिलाकर अनशन खत्म कराया।