फर्रुखाबाद। बहन की हत्या के वादी भाई को बहनोई के रिश्तेदारों ने कचहरी में समझौता करने के लिए दबाव बनाया। मना करने पर उसे और मां की हत्या की चश्मदीद गवाह साल साल की बेटी को जान से मारने धमकी दी। इससे भयभीत वादी ने इसकी जानकारी एसपी को दी। एसपी के निर्देश पर पुलिस सुरक्षा में वादी और उसकी भांजी को कन्नौज भेजा गया।
जिला कन्नौज के युसूफ नगर निवासी रामबाबू राठौर की बहन प्रेमा की शादी कमालगंज थाना क्षेत्र के मोहल्ला नई बस्ती निवासी महेंद्र कुमार के साथ हुई थी। महेंद्र और उसके साथियों ने 17-18 जून 2011 की रात प्रेमा की हत्या कर दी थी। इस घटना की चश्मदीद गवाह प्रेमा की सात साल की बेटी राधा है। घटना के बाद रामबाबू अपनी भांजी राधा को लेकर अपने घर चले गए थे। मुकदमे की सुनवाई होने पर रामबाबू और राधा कोर्ट में गवाही देने के लिए आने लगे। इस मुकदमे की मंगलवार को तारीख थी। इस पर रामबाबू भांजी राधा और एक अन्य व्यक्ति भी कचहरी आया था। महेंद्र के रिश्तेदारों ने रामबाबू को कचहरी में रोक लिया और गवाही देने के लिए मना किया। जब रामबाबू ने गवाही देने के साथ ही मुकदमे में समझौता न करने की बात कही तो उन लोगों ने राधा को उठा ले जाने के साथ ही रामबाबू को जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित पक्ष ने अपने वकील को घटना की जानकारी दी और इसके बाद एसपी से मिले। एसपी ने फतेहगढ़ कोतवाल रुमसिंह यादव से रामबाबू, राधा और उसके साथी को पुलिस की सुरक्षा में भेजने के निर्देश दिए। इसके बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रामबाबू और राधा के साथ ही परिजनों को कन्नौज भेजा गया। पत्नी की हत्या के आरोपी महेंद्र के साथ ही अन्य कुछ भी जेल में निरूद्ध चल रहे हैं।