कमालगंज (फर्रुखाबाद)। क्रय केंद्रों पर किसानों से खरीदे गए गेहूं का भंडारण कमालगंज व जहानगंज के बंद पड़े सरकारी शीतगृहों में करवाए जाने की उम्मीद है। अपर जिलाधिकारी कमलेश कुमार ने शीतगृहों का निरीक्षण भी किया और वहां साफ सफाई करने के लिए कहा। लेकिन वहां पर गेहूं भंडारण की बात जिलाधिकारी से सहमति मिलने के बाद ही तय हो पाएगी। कमालगंज पहुंचे एडीएम ने इसके अलावा यह भी बताया कि कमालगंज अथवा आसपास बालू खनन या डंप करने का कोई ठेका नहीं दिया गया है। अगर ठेके के नाम पर कोई वसूली की जा रही है तो वह नाजायज है।
अपर जिलाधिकारी कमलेश कुमार मंगलवार को गेहूं के भंडारण की व्यवस्था देखने कमालगंज गए थे। उन्होंने मंडी समिति परिसर का निरीक्षण किया। वहां सरकारी खरीद केंद्र के निकट टीन शेड में लगे आढ़तियों के कांटों को हटाने का आदेश दिया। आगे भी आने वाले गेहूं भंडारण की समस्या सामने आई तो कुछ लोगों ने उन्हें 1997 से बंद सहकारी शीतगृहों में भंडारण हो सकने की सलाह दी। इस पर कमलेश कुमार ने शीतगृहों का निरीक्षण कर वहां सफाई करने के लिए कहा। हालांकि अपर जिलाधिकारी द्वारा अभी यह प्रस्ताव जिलाधिकारी के समक्ष रखा जाएगा। उनकी सहमति मिलने के बाद ही तय हो सकेगा कि सरकारी शीतगृहों में गेहूं का भंडारण होगा या नहीं। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि फिलहाल शीतगृहों में गेहूं भंडारण अभी निश्चित नहीं है।
कुछ पत्रकारों ने उनसे बालू खनन पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि बालू खनन के लिये कोई ठेका नहीं दिया गया है। यदि कोई बालू खनन के नाम पर वसूली कर रहा है तो वह नाजायज है। उन्होंने कहा अवैध वसूली या खनन करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। कहा कि इस संबंध में एसडीएम को सख्त कार्रवाई का आदेश पहले ही दिया जा चुका है।