फर्रुखाबाद। क्रय केंद्रों पर किसानों से गेहूं खरीद की बजाए दलालों को आश्रय दिए जाने, बिजली के अभाव, अवैध बालू खनन रोकने और मप्र. सरकार द्वारा किसानों की जमीन मनमानी कीमत पर अधिगृहण किए जाने के खिलाफ भाकियू टिकैत गुट के सैकडों किसानों ने सोमवार को जिलाधिकारी का कार्यालय घेर लिया। जमकर नारेबाजी करने के साथ ही किसानों ने सांकेतिक रूप से लाठी भी फटकारी। सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देते समय कहा कि किसानों का उत्पीड़न रोका जाए।
जब तक दुखी किसान रहेगा, धरती पे तूफान रहेगा सहित कुछ अन्य जोशीले नारे लगाते हुए सैकडों किसान सिर पर हरी टोपी लगाए और हाथ में लाठी लिए जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंच गए। कायमगंज के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से आए किसानों में भाकियू के नगर अध्यक्ष मुन्नालाल सक्सेना, जिलाध्यक्ष अरविंद सिंह शाक्य, प्रमुख महासचिव लक्ष्मीशंकर जोशी, राजबहादुर भारती, ओपी सिंह शाक्य, मंडल महासचिव प्रभाकांत मिश्रा, श्याम सिंह राजपूत, देवशरण सिंह, रामयश पाल, छोटेलाल, चंद्रसिंह जाट, उमेश चंद्र बाथम, महीपाल सिंह, रामनिवास, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष पार्वती शाक्य, शशि बाथम सहित कई अन्य लोग सीधे डीएम के कार्यालय पहुंचे और वहीं बैठ गए। किसान नेताओं ने कहा कि किसी भी क्रय केंद्र पर किसानों से सीधे गेहूं की खरीद नहीं हो रही है। दलालों के माध्यम से ही खरीद की जा रही है।
कायमगंज में नालियां जाम हैं मच्छर पनप रहे हैं और फागिंग नहीं कराई जा रही है। जिस टंकी से जलापूर्ति की जा रही है उसका पानी प्रदूषित है। बिजली पर्याप्त नहीं मिल रही है। कायमगंज के जवाहरगंज में लैंप पोस्ट बिजली नहीं जलती। खाद्य सुरक्षा अधिकारी अकारण ही सैंपल लेने चले आते हैं जिससे अक्सर बाजार में दुकानें बंद रहती हैं। इसके अलावा मप्र. सरकार द्वारा किसानों की जमीन जबरन अधिगृहित किए जाने पर भी किसानों ने नाराजगी जताते हुए उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सरकार को कोसा। किसानों ने यह भी कहा कि कायमगंज क्षेत्र में कुछ लेखपाल 15 से 20 वर्ष से जमे हैँ उनका स्थानांतरण किया जाए। किसानों के धरना प्रदर्शन की सूचना मिलने पर सिटी मजिस्ट्रेट बीडी वर्मा पहुंचे। उन्होंने ज्ञापन लेकर कहा कि किसानों की सभी मांगे जायज हैं जिन पर विचार कर कार्रवाई अवश्य कराई जाएगी। सिटी मजिस्ट्रेट के आश्वासन से किसान संतुष्ट हो गए फिर कुछ देर तक समस्याओं पर संबोधन करने के बाद चले गए।