फर्रुखाबाद। बच्चे के साथ दवा लेने आई महिला को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया। इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने महिला के पति को फोन कर बजरिया फील्ड बुलाया और यहां पर 25 हजार रुपए लेकर चंपत हो गए। जब पत्नी और बच्चा नहीं मिले तो पीड़ित ने मामले की शिकायत शहर कोतवाली पुलिस से की। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव कलौली निवासी उमाशंकर पाल की पत्नी सीमा देवी तीन दिन पहले डेढ़ वर्षीय बेटी प्रिया को साथ लेकर लोहिया अस्पताल दवा लेने के लिए आई थी। दवा लेने के बाद वह घर लौट रही थी, तभी रास्ते में उसे कुछ लोगों ने पानी पीने के बहाने बुला लिया और कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद अपहरण कर्ताओं ने महिला से उसके पति के पास मोबाइल करवाया। उस समय तक महिला ने सिर्फ यह कहा कि कुछ लोगों ने उसे कमरे में बंद कर रखा है और जाने नहीं दे रहे हैं। शुक्रवार को अपहरणकर्ताओं ने उमाशंकर के पास फोन किया और कहा कि वह 25 हजार रुपए लेकर आए तो पत्नी और बच्चा वापस कर दिया जाएगा। शनिवार को उमाशंकर अपने पिता प्रभूदयाल और दोस्त राकेश श्रीवास्तव के साथ शहर आया। उसने जब आए मोबाइल नंबर पर फोन किया तो उससे कहा गया कि वह चिलसरा रोड पर कर्बला के पास पहुंचे। यहां पहुंचने पर उसे दो युवक मिले। इन युवकों ने एक दुकान पर तीनों को बैठाया। यहां उन लोगों को पानी पिलवाया और इसके बाद कहा कि वह लोग पैसे लेकर बजरिया फील्ड पहुंचें। वहीं पर पत्नी और बच्चे मिल जाएंगे। उमाशंकर अपने लोगों के साथ बजरिया फील्ड आया। पहुंचे युवकों ने रुपए लिए। एक युवक रुपए लेकर चला गया। कुछ देर बाद दूसरा युवक यह कहकर गया कि वह बच्चे और उसकी पत्नी को लेकर आ रहा है। काफी देर तक जब वह नहीं आए तो यह सभी लोग चिलसरा रोड पर पहुंचे और आसपास के लोगों से जानकारी की गई तो पता चला कि युवक भीकमपुरा का रहने वाला है। इसके बाद पीड़ित मऊदरवाजा थाने रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे तो उसे यह कहकर टरका दिया गया कि घटनास्थल फर्रुखाबाद कोतवाली क्षेत्र का है। पीड़ित ने कोतवाल विजयबहादुर सिंह को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
फर्रुखाबाद। बच्चे के साथ दवा लेने आई महिला को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया। इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने महिला के पति को फोन कर बजरिया फील्ड बुलाया और यहां पर 25 हजार रुपए लेकर चंपत हो गए। जब पत्नी और बच्चा नहीं मिले तो पीड़ित ने मामले की शिकायत शहर कोतवाली पुलिस से की। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव कलौली निवासी उमाशंकर पाल की पत्नी सीमा देवी तीन दिन पहले डेढ़ वर्षीय बेटी प्रिया को साथ लेकर लोहिया अस्पताल दवा लेने के लिए आई थी। दवा लेने के बाद वह घर लौट रही थी, तभी रास्ते में उसे कुछ लोगों ने पानी पीने के बहाने बुला लिया और कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद अपहरण कर्ताओं ने महिला से उसके पति के पास मोबाइल करवाया। उस समय तक महिला ने सिर्फ यह कहा कि कुछ लोगों ने उसे कमरे में बंद कर रखा है और जाने नहीं दे रहे हैं। शुक्रवार को अपहरणकर्ताओं ने उमाशंकर के पास फोन किया और कहा कि वह 25 हजार रुपए लेकर आए तो पत्नी और बच्चा वापस कर दिया जाएगा। शनिवार को उमाशंकर अपने पिता प्रभूदयाल और दोस्त राकेश श्रीवास्तव के साथ शहर आया। उसने जब आए मोबाइल नंबर पर फोन किया तो उससे कहा गया कि वह चिलसरा रोड पर कर्बला के पास पहुंचे। यहां पहुंचने पर उसे दो युवक मिले। इन युवकों ने एक दुकान पर तीनों को बैठाया। यहां उन लोगों को पानी पिलवाया और इसके बाद कहा कि वह लोग पैसे लेकर बजरिया फील्ड पहुंचें। वहीं पर पत्नी और बच्चे मिल जाएंगे। उमाशंकर अपने लोगों के साथ बजरिया फील्ड आया। पहुंचे युवकों ने रुपए लिए। एक युवक रुपए लेकर चला गया। कुछ देर बाद दूसरा युवक यह कहकर गया कि वह बच्चे और उसकी पत्नी को लेकर आ रहा है। काफी देर तक जब वह नहीं आए तो यह सभी लोग चिलसरा रोड पर पहुंचे और आसपास के लोगों से जानकारी की गई तो पता चला कि युवक भीकमपुरा का रहने वाला है। इसके बाद पीड़ित मऊदरवाजा थाने रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे तो उसे यह कहकर टरका दिया गया कि घटनास्थल फर्रुखाबाद कोतवाली क्षेत्र का है। पीड़ित ने कोतवाल विजयबहादुर सिंह को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।