नवाबगंज। जसमापुर गांव में मक्के की फसल के बीच शुक्रवार को अधेड़ का शव मिला। गमछे से गला कसकर उसकी हत्या कर देने के बाद पहचान मिटाने के इरादे से चेहरे पर तेजाब डाल गया था। सूचना पर पहुंची नवाबगंज पुलिस ने आसपास के ग्रामीणों से मृतक की शिनाख्त करवाई लेकिन कोई उसे पहचान नहीं सका। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जसमापुर गांव निवासी उदयवीर राजपूत आज सुबह नीलगाय से मक्के की फसल नष्ट होने की संभावना के मद्देनजर अपने खेत में पहुंचा। फसल के बीच घुसते ही उदयवीर ने वहां एक शव पड़े हुए देखा तो चिल्लाते हुए बाहर की ओर भागा। खेत में शव पड़े होने की खबर फैलने पर थोड़ी ही देर में वहां भीड़ लग गई। मृतक के गले में गमछा कसा था। चेहरा और सिर तेजाब से झुलसा था।
इससे मृतक की पहचान करना मुश्किल हो गया था। घटना की सूचना पर नवाबगंज थाने से उपनिरीक्षक कायम सिंह यादव करीब साढ़े नौ बजे मौके पर पहुंचे। उन्होंने आसपास के गांव में भी सूचना भेजकर मृतक की पहचान कराने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। मृतक की उम्र करीब 42 वर्ष है। वह क्रीम कलर की कमीज, नीले रंग की पैंट और सैंडल पहने था। जेब में पचास रुपए के अलावा ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे उसकी पहचान कराई जा सके।
इसके बाद नवाबगंज थानाध्यक्ष मिर्जा सदरेआलम बेग भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने भी ग्रामीणों से पूछताछ की लेकिन मृतक अज्ञात ही रहा। उप निरीक्षक कायम सिंह ने बताया कि शव करीब दो दिन पुराना लग रहा है। उसकी हत्या कहीं और की गई है और शव मक्के के खेत में फेंक दिया गया है। बताया कि आसपास न तो हत्या किए जाने के कोई साक्ष्य मिले न ही खेत में शव घसीटे जाने जैसी बात प्रतीत हुई। उन्होंने कहा कि मृतक की पहचान कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।