कंपिल। थाना क्षेत्र के दस्यु प्रभावित गांव इकलहरा में चोरों ने घर में नकब लगाकर नगदी, जेवर समेत लाखों रुपए का माल साफ कर दिया। जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच कर लौट गई और रिपोर्ट लिखने की बजाए पीड़ित को टरका दिया।
गंगा कटरी में बसे गांव इकलहरा की दलित बस्ती में रहने वाले रामसेवक वाल्मीकि को इंदिरा आवास मिला है। रामसेवक के पांच लड़कों में राजेश, संजीत और अवनीश परिवार के साथ दिल्ली में रहकर मजदूरी करते हैं। बीते दिनों तीनों लड़के गांव आए थे। गुरुवार को रामसेवक अपनी ससुराल थाना मिर्जापुर के गांव सरैया गए थे। रात को पत्नी कमला परिवार के साथ घर के आंगन में सो रही थी। शुक्रवार सुबह राजेश ने मोबाइल चार्जिंग पर लगाने के लिए घर के दरवाजे की कुंडी खोली तो दरवाजा अंदर से बंद था। राजेश ने घर के पिछवाड़े देखा तो दीवार में नकब लगा था। राजेश ने इसी रास्ते से घुसकर घर की कुंडी खोली। जब परिजनों ने कमरे का नजारा देखा तो दंग रह गए। कमरे में रखे चार-चार सूटकेस और बक्से सहित टीवी व अन्य कीमती सामान गायब था। चोरी की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। ग्रामीणों को गांव के ऋषिपाल और वेदराम के खेतों में टूटे हुए बक्से पड़े मिले। चोरी से दुखी अवनीश की पत्नी सीमा रोते हुए बेहोश हो गई। सूचना पर कंपिल थानाध्यक्ष एसके सागर मौके पर पहुंचे और जांच की। कमला देवी ने बताया कि चोर सूटकेस में रखी दो सोने की अंगूठी, मटरमाला, तीन मोबाइल, बेसर, सोने का हार, चार जोड़ी चांदी की तोड़िया, दो जोड़ी पायलें, चांदी की करधनी, टीवी और घर के बर्तन चोरी कर ले गए। उसने बताया कि कुछ दिन पहले 70 हजार रुपए की तंबाकू बेची थी। वह रुपए बक्से में रखे थे। थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।