फर्रुखाबाद। तीन महीने से रसोई गैस न मिलने से परेशान युवक ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में जमकर हंगामा काटा। उसने डीएम के सामने गैस एजेंसी प्रबंधक पर कई आरोप जड़े। बाद में डीएम ने मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट को सौंप दी। लेखपालों से रसोई गैस के कनेक्शनों की जांच कराए जाने का फरमान भी जारी कर दिया।
कमालगंज में रहने वाले सोनल को यहीं की मधु गैस एजेंसी से आपूर्ति मिलती है। सोनल का कहना है कि एजेंसी संचालक तीन माह से आपूर्ति नहीं दे रहे हैं। इस समस्या पर उसने डीएम को भी शिकायती पत्र दिया था। इसके बाद भी रसोई गैस न मिलने पर वह बुधवार को जिला पूर्ति अधिकारी आरएन चतुर्वेदी के कार्यालय पहुंच गया। वह एजेंसी के रसोई गैस न देने की शिकायत करने लगा। इस बीच आरएन चतुर्वेदी से उसकी मुहांचांही होने लगी। मामला गर्म होने पर डीएसओ के गार्डों ने उसे पकड़ लिया। सोलन को डीएम मुथुकुमारस्वामी के कार्यालय में ले जाया गया। उस समय वह वहां मौजूद नहीं थे। एडीएम राजकेश्वर सिंह ने समस्या सुनी।
एडीएम के सुनवाई के दौरान ही डीएम आ गए। उन्हें मामला बताया गया। उन्होंने गैस एजेंसी संचालक को बुलवा लिया। एजेंसी की ओर से प्रबंधक सुशील कुमार श्रीवास्तव पहुंचे। इनका कहना था कि सोनल के परिवार में तीन रसोई गैस कनेक्शन हैं। इन्हें पांच बार सिलेंडर भेजा गया लेकिन यह एक साथ तीन सिलेंडर लेने के लिए अडे़ हैं। हर बार सिलेंडर वापस कर देते हैं।
इस पर डीएम का पारा चढ़ गया। प्रबंधक को हड़क दिया। उनका कहना था कि पांच बार सिलेंडर भिजवाने की बात फर्जी है। उन्होंने इसकी जांच सिटी मजिस्ट्रेट को सौंप कर कार्रवाई करने के लिए कहा। साथ ही रसोई गैस के कनेक्शनों की जांच लेखपालों से करवाने का आदेश जारी कर दिया। डीएम कार्यालय के बाहर आकर सोनल व सुशील कुमार के बीच फिर से तनातनी होने लगी। कलेक्ट्रेट में मौजूद फरियादियों ने मामला शांत कराया।