फर्रुखाबाद। प्रसूतावकाश स्वीकृत कराने के बदले में खंड शिक्षा अधिकारी (एबीएसए) 25 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं। न देने पर उसके निलंबन की संस्तुति कर दी है। यह आरोप लगाते हुए गर्भवती शिक्षिका ने सोमवार को जिलाधिकारी को शिकायतीपत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की है।
जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में रक्षा गंगवार सहायक अध्यापिका प्राथमिक विद्यालय कुइयांखेड़ा ब्लाक शमसाबाद ने आरोप लगाया है कि खंड विकास अधिकारी उसका उत्पीड़न कर रहे हैं। पत्र में उसने कहा है वह इस समय गर्भवती है। लोहिया अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की सलाह पर उसने प्रसूतावकाश के लिए बीती पंद्रह फरवरी को खंड शिक्षा अधिकारी को आवेदन दिया था। तेइस फरवरी को उन्होंने अवकाश की संस्तुति कर दी थी। इससे पूर्व तीन फरवरी को निवार्चन संबंधी ड्यूटी लगाने के लिए एनआईसी में सीडीओ ने बुलाया था। वहां खंड शिक्षा अधिकारी ने प्रसूतावकाश स्वीकृत कराने के लिए पच्चीस हजार रुपए की मांग की। रुपए न देने पर 19 अप्रैल को उसके निलंबन की संस्तुति कर दी। इससे वह परेशान हैं। शिक्षिका ने जिलाधिकारी से मामले की जांच कराकर खंड शिक्षा अधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग की है।