फर्रुखाबाद। लंबे इंतजार के बाद सोमवार को मॉडल रेलवे स्टेशन शुरू हो गया। यहां टिकट के लिए पांच खिड़कियां खोली गई हैं। पहले दिन खासी गहमागहमी रही। आदर्श स्टेशन का दर्जा देने के लिए फर्रुखाबाद में 2006-2007 में माडल रेलवे स्टेशन बनाया गया था। इसके बाद से यह ऐसे ही पडा़ था। वर्ष 2010 के अंत में लाइफ लाइन एक्सप्रेस (चिकिस्ता ट्रेन)के यहां कई रोज तक के ठहराव पर इस नए द्वार को कुछ दिन के लिए खोला गया था। लाइफ लाइन एक्सप्रेस के रवाना होने के बाद इसे फिर से बंद कर दिया गया। सोमवार को यह शुरू हो पाया। स्टेशन अधीक्षक जयप्रकाश का कहना है कि पुराने स्टेशन की टिकट खिड़कियां बंद कर दी गई हैं। (ब्यूरो)
फर्रुखाबाद। लंबे इंतजार के बाद सोमवार को मॉडल रेलवे स्टेशन शुरू हो गया। यहां टिकट के लिए पांच खिड़कियां खोली गई हैं। पहले दिन खासी गहमागहमी रही। आदर्श स्टेशन का दर्जा देने के लिए फर्रुखाबाद में 2006-2007 में माडल रेलवे स्टेशन बनाया गया था। इसके बाद से यह ऐसे ही पडा़ था। वर्ष 2010 के अंत में लाइफ लाइन एक्सप्रेस (चिकिस्ता ट्रेन)के यहां कई रोज तक के ठहराव पर इस नए द्वार को कुछ दिन के लिए खोला गया था। लाइफ लाइन एक्सप्रेस के रवाना होने के बाद इसे फिर से बंद कर दिया गया। सोमवार को यह शुरू हो पाया। स्टेशन अधीक्षक जयप्रकाश का कहना है कि पुराने स्टेशन की टिकट खिड़कियां बंद कर दी गई हैं। (ब्यूरो)