फर्रुखाबाद। जात के भंडारे के लिए खाना बनाते समय कड़ाही के खौलते घी में आग लग गई, जिससे पास में मौजूद मां-बेटे समेत आठ लोग झुलस गए। सभी को लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने छह की हालत गंभीर होने पर उन्हें रिफर कर दिया। उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
थाना अमृतपुर के गांव खुशहाली नगला निवासी सरवन सिंह ने मुराद पूरी होने पर जात के भंडारे (देवी दर्शन के बाद भोज कार्यक्रम) का बंदोबस्त किया था। रविवार की शाम पड़ोसी रक्षपाल के यहां खाना बन रहा था। अचानक कड़ाही के खौलते तेल में आग लग गई। यह देख किसी ने उसमें पानी फेंक दिया। फिर क्या था, पानी पड़ते ही खौलता घी छिटकने लगा और वहां मौजूद लोगों पर जा गिरा। वहां बैठी श्यामकली पत्नी अवधेश उसका बेटा रामू, रामवती पत्नी निवास सिंह, मिंटू पुत्र छोटेलाल, सुकेंद्र पुत्र वीरेंद्र, भूदेव सिंह, श्याम सिंह, चमकेश सिंह झुलस गए। चीखपुकार सुनकर आसपड़ोस के लोग वहां पहुंचे। लोगों ने एंबुलेंस को सूचना देकर बुला लिया। कुछ घायलों को प्राइवेट और कुछ को एंबुलेंस से लोहिया अस्पताल लाया गया। यहां सभी को भर्ती कराया गया। बाद में चिकित्सकों ने श्यामवती और मिंटू के अलावा सभी को हालत गंभीर होने से रिफर कर दिया। परिजनों ने उन्हें शहर के निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया है। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
सिलेंडर में विस्फोट से मची भगदड़
जिस वक्त घी में आग लगी, उसी समय गैस सिलेंडर की पाइप में भी आग लग गई। आग से सिलेंडर विस्फोट कर गया। तेज धमाके के साथ विस्फोट होने से गांव के लोग सहम गए। हालांकि किसी को नुकसान नहीं पहुंचा। लोगों ने बताया कि तेज धमाके से रक्षपाल की दीवार चटक गई।
फर्रुखाबाद। जात के भंडारे के लिए खाना बनाते समय कड़ाही के खौलते घी में आग लग गई, जिससे पास में मौजूद मां-बेटे समेत आठ लोग झुलस गए। सभी को लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने छह की हालत गंभीर होने पर उन्हें रिफर कर दिया। उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
थाना अमृतपुर के गांव खुशहाली नगला निवासी सरवन सिंह ने मुराद पूरी होने पर जात के भंडारे (देवी दर्शन के बाद भोज कार्यक्रम) का बंदोबस्त किया था। रविवार की शाम पड़ोसी रक्षपाल के यहां खाना बन रहा था। अचानक कड़ाही के खौलते तेल में आग लग गई। यह देख किसी ने उसमें पानी फेंक दिया। फिर क्या था, पानी पड़ते ही खौलता घी छिटकने लगा और वहां मौजूद लोगों पर जा गिरा। वहां बैठी श्यामकली पत्नी अवधेश उसका बेटा रामू, रामवती पत्नी निवास सिंह, मिंटू पुत्र छोटेलाल, सुकेंद्र पुत्र वीरेंद्र, भूदेव सिंह, श्याम सिंह, चमकेश सिंह झुलस गए। चीखपुकार सुनकर आसपड़ोस के लोग वहां पहुंचे। लोगों ने एंबुलेंस को सूचना देकर बुला लिया। कुछ घायलों को प्राइवेट और कुछ को एंबुलेंस से लोहिया अस्पताल लाया गया। यहां सभी को भर्ती कराया गया। बाद में चिकित्सकों ने श्यामवती और मिंटू के अलावा सभी को हालत गंभीर होने से रिफर कर दिया। परिजनों ने उन्हें शहर के निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया है। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
सिलेंडर में विस्फोट से मची भगदड़
जिस वक्त घी में आग लगी, उसी समय गैस सिलेंडर की पाइप में भी आग लग गई। आग से सिलेंडर विस्फोट कर गया। तेज धमाके के साथ विस्फोट होने से गांव के लोग सहम गए। हालांकि किसी को नुकसान नहीं पहुंचा। लोगों ने बताया कि तेज धमाके से रक्षपाल की दीवार चटक गई।