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कमालगंज। कस्बे में स्थित विपणन विभाग की गोदाम पर जमकर घटतौली की जा रही है। कोटेदारों का आरोप है कि उन्हें कम खाद्यान्न दिया जा रहा है। वे कई बार इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से कर चुके हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
कसबे में स्थित गोदाम से क्षेत्रीय कोटेदारों को खाद्यान्न वितरित किया जाता है। कोटेदारों का कहना है कि बगैर तौल के ही खाद्यान्न की बोरियां दे दी जाती हैं। कोटेदारों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गेहूं की बोरी की इंट्री 52 किलोग्राम होती है, जबकि उसमें गेहूं सिर्फ 40 से 42 किलो होता है। इसकी शिकायत वह लोग कई बार उच्चाधिकारियों से कर चुके हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ज्यादा कुछ बोलो तो दुकान निरस्त कर दिए जाने की घुड़की दी जाती है।
गोदाम पर कांटा आवश्यक है। हर मार्केटिंग गोदाम पर कांटा लगाया जाता है। मार्केटिंग गोदाम कमालगंज में कांटा न लगे होने की शिकायतें आई हैं। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।-गुलाबचंद्र (जिला पूर्ति अधिकारी)
मार्केटिंग गोदाम पर कांटा नहीं लगता है। गल्ले का ऐसे ही उठान करा दिया जाता है। बोरी में कम खाद्यान्न निकलने की वह जांच कराएंगे।
बालकराम (विपणन सहायक)
खाद्यान्न तौलकर देना आवश्यक है। मार्केटिंग गोदाम पर कांटा इसीलिए लगाया जाता है कि कोटेदारों को खाद्यान्न तौलकर दिया जाए। इस संबंध में अभी तक उनसे कोई शिकायत नहीं की गई। वह जांच करवाकर कार्रवाई करेंगे। - विजय सिंह यादव, प्रभारी जिला खाद्य विपणन अधिकारी
आखिर कौन है गोदाम इंचार्ज
कमालगंज। मार्केटिंग गोदाम में एक प्राइवेट आढ़ती की खूब चलती है। कोटेदारों ने आरोप लगाया कि वह अपने आप को गोदाम का इंचार्ज बताकर जमकर मनमानी कर रहा है। इस संबंध में कुछ कोटेदारों ने पिछले दिनों जिला खाद्य अधिकारी से शिकायत की थी।
कमालगंज। कस्बे में स्थित विपणन विभाग की गोदाम पर जमकर घटतौली की जा रही है। कोटेदारों का आरोप है कि उन्हें कम खाद्यान्न दिया जा रहा है। वे कई बार इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से कर चुके हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
कसबे में स्थित गोदाम से क्षेत्रीय कोटेदारों को खाद्यान्न वितरित किया जाता है। कोटेदारों का कहना है कि बगैर तौल के ही खाद्यान्न की बोरियां दे दी जाती हैं। कोटेदारों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गेहूं की बोरी की इंट्री 52 किलोग्राम होती है, जबकि उसमें गेहूं सिर्फ 40 से 42 किलो होता है। इसकी शिकायत वह लोग कई बार उच्चाधिकारियों से कर चुके हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ज्यादा कुछ बोलो तो दुकान निरस्त कर दिए जाने की घुड़की दी जाती है।
गोदाम पर कांटा आवश्यक है। हर मार्केटिंग गोदाम पर कांटा लगाया जाता है। मार्केटिंग गोदाम कमालगंज में कांटा न लगे होने की शिकायतें आई हैं। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।-गुलाबचंद्र (जिला पूर्ति अधिकारी)
मार्केटिंग गोदाम पर कांटा नहीं लगता है। गल्ले का ऐसे ही उठान करा दिया जाता है। बोरी में कम खाद्यान्न निकलने की वह जांच कराएंगे।
बालकराम (विपणन सहायक)
खाद्यान्न तौलकर देना आवश्यक है। मार्केटिंग गोदाम पर कांटा इसीलिए लगाया जाता है कि कोटेदारों को खाद्यान्न तौलकर दिया जाए। इस संबंध में अभी तक उनसे कोई शिकायत नहीं की गई। वह जांच करवाकर कार्रवाई करेंगे। - विजय सिंह यादव, प्रभारी जिला खाद्य विपणन अधिकारी
आखिर कौन है गोदाम इंचार्ज
कमालगंज। मार्केटिंग गोदाम में एक प्राइवेट आढ़ती की खूब चलती है। कोटेदारों ने आरोप लगाया कि वह अपने आप को गोदाम का इंचार्ज बताकर जमकर मनमानी कर रहा है। इस संबंध में कुछ कोटेदारों ने पिछले दिनों जिला खाद्य अधिकारी से शिकायत की थी।