पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
फर्रुखाबाद। कांशीराम कालोनी हैवतपुर गढ़िया में शनिवार को सीवर के खुले मेन होल में गिरने से चार साल के बच्चे की जान चली गई। गुस्साए कालोनीवासियों ने त्रिपोलिया चौक पर जाम लगाकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मृतक के परिवार को आर्थिक मदद दिलवाए जाने की मांग की।
ब्लाक नंबर 31 भवन संख्या 482 के रहने वाले ब्रजेश सक्सेना का इकलौता बेटा प्रांशु (4) शनिवार दोपहर को लापता हो गया। परिवार के लोगों ने उसे बहुत ढूंढा। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। शाम करीब 5.15 बजे लोगों की नजर ब्लाक के करीब खुले मेनहोल पर पड़ी, जिसमें प्रांशु की लाश सीवर के उफनाते गंदे पानी में उतराती दिखी। यह देख परिवार के लोगों में चीख-पुकार मच गई। परिजनों ने बच्चे के शव को बाहर निकाला और नाला मछरट्टा स्थित एक नर्सिंग होम ले गए, जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कांशीराम कालोनी आवंटी उत्थान समिति के अध्यक्ष रावेश मिश्रा ने घटना की सूचना चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को दी। इस पर समाजवादी एंबुलेंस मौके पर पहुंची और शव को लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया। घटना से गुस्साए लोगों ने त्रिपोलिया चौक पर शाम करीब 6.30 बजे जाम लगा दिया और नगर पालिका प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की। जाम की जानकारी मिलने पर एसडीएम सदर मौके पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित लोगों को समझाते हुए कहा कि वह पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद दिलाने का हर संभव प्रयास करेंगे। इसके बाद जाम खोल दिया गया। इस दौरान नरेश गुप्ता, शिवशंकर शर्मा, उमेश राठौर, नन्हेंलाल, शमीम चांद, श्रीकांत वाजपेयी, आरिफ, गंगाराम, श्यामलाल, दीपक, रमेश और शफीक आदि मौजूद रहे।
फिर भी नहीं चेता प्रशासन
फर्रुखाबाद। बीते दिनों अमर उजाला ने कांशीराम कालोनी में फैली अव्यवस्थाओं के समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया था लेकिन जिला प्रशासन इसके बावजूद नहीं चेता। कालोनीवासियों में इस बात की चर्चा रही कि अगर समय रहते प्रशासन चेत जाता तो मासूम की जान बच जाती।
कई जगह खुले पड़े हैं मेन होल
फर्रुखाबाद। सरकार बदलते ही अफसरों ने कांशीराम कालोनी से अपना मुह मोड़ लिया। यही वजह है कि यहां चौतरफा गंदगी का साम्राज्य है और कई स्थानों पर मेन होल खुले पड़े हैं। कालोनीवासियोें का कहना है कि बसपा सरकार में कालोनी की साफ-सफाई का खास ध्यान रखा जाता था लेकिन सरकार बदलते ही अफसरों ने मुंह मोड़ लिया। यही वजह है कि यहां जगह-जगह गंदगी तो फैली ही है, ब्लाक नंबर 30, 23, 19, नौ और आठ आदि ब्लाकों के पास मेन होल खुले पड़े हैं। हालत यह है कि ब्लाक 48, 56 और पंप हाउस के पास मेन सड़क पर मेन होल खुले हैं। यहां की रहने वाली शबनम व सीमा ने बताया कि गत दिनों उसके बच्चे मेन होल में गिरने से बाल-बाल बचे थे। शिकायत की गई लेकिन अभी तक मेन होल बंद नहीं किए गए हैं।
रात भर बिलखती रही मां
फर्रुखाबाद। कांशीराम कालोनी में हुई गरीब के इकलौते बेटे की दर्दनाक मौत से उसकी विकलांग मां रीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। उसका करुण क्रंदन सुनकर आसपास की महिलाएं भी अपने आंसू नहीं रोक सकीं। ब्रजेश कुमार की पत्नी रीता विकलांग है। उसके तीन बेटियां हैं। प्रांशु इकलौता पुत्र था। सीवर के मेन होल में गिरकर प्रांशु की मौत होने से पूरी रात उसकी मां बिलखती रही। जो भी महिला को ढांढस बंधाने जा रहा था, वह रीता का करुणकंद्रन देखकर अपने आंसू नहीं रोक पाता था।
फर्रुखाबाद। कांशीराम कालोनी हैवतपुर गढ़िया में शनिवार को सीवर के खुले मेन होल में गिरने से चार साल के बच्चे की जान चली गई। गुस्साए कालोनीवासियों ने त्रिपोलिया चौक पर जाम लगाकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मृतक के परिवार को आर्थिक मदद दिलवाए जाने की मांग की।
ब्लाक नंबर 31 भवन संख्या 482 के रहने वाले ब्रजेश सक्सेना का इकलौता बेटा प्रांशु (4) शनिवार दोपहर को लापता हो गया। परिवार के लोगों ने उसे बहुत ढूंढा। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। शाम करीब 5.15 बजे लोगों की नजर ब्लाक के करीब खुले मेनहोल पर पड़ी, जिसमें प्रांशु की लाश सीवर के उफनाते गंदे पानी में उतराती दिखी। यह देख परिवार के लोगों में चीख-पुकार मच गई। परिजनों ने बच्चे के शव को बाहर निकाला और नाला मछरट्टा स्थित एक नर्सिंग होम ले गए, जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कांशीराम कालोनी आवंटी उत्थान समिति के अध्यक्ष रावेश मिश्रा ने घटना की सूचना चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को दी। इस पर समाजवादी एंबुलेंस मौके पर पहुंची और शव को लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया। घटना से गुस्साए लोगों ने त्रिपोलिया चौक पर शाम करीब 6.30 बजे जाम लगा दिया और नगर पालिका प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की। जाम की जानकारी मिलने पर एसडीएम सदर मौके पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित लोगों को समझाते हुए कहा कि वह पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद दिलाने का हर संभव प्रयास करेंगे। इसके बाद जाम खोल दिया गया। इस दौरान नरेश गुप्ता, शिवशंकर शर्मा, उमेश राठौर, नन्हेंलाल, शमीम चांद, श्रीकांत वाजपेयी, आरिफ, गंगाराम, श्यामलाल, दीपक, रमेश और शफीक आदि मौजूद रहे।
फिर भी नहीं चेता प्रशासन
फर्रुखाबाद। बीते दिनों अमर उजाला ने कांशीराम कालोनी में फैली अव्यवस्थाओं के समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया था लेकिन जिला प्रशासन इसके बावजूद नहीं चेता। कालोनीवासियों में इस बात की चर्चा रही कि अगर समय रहते प्रशासन चेत जाता तो मासूम की जान बच जाती।
कई जगह खुले पड़े हैं मेन होल
फर्रुखाबाद। सरकार बदलते ही अफसरों ने कांशीराम कालोनी से अपना मुह मोड़ लिया। यही वजह है कि यहां चौतरफा गंदगी का साम्राज्य है और कई स्थानों पर मेन होल खुले पड़े हैं। कालोनीवासियोें का कहना है कि बसपा सरकार में कालोनी की साफ-सफाई का खास ध्यान रखा जाता था लेकिन सरकार बदलते ही अफसरों ने मुंह मोड़ लिया। यही वजह है कि यहां जगह-जगह गंदगी तो फैली ही है, ब्लाक नंबर 30, 23, 19, नौ और आठ आदि ब्लाकों के पास मेन होल खुले पड़े हैं। हालत यह है कि ब्लाक 48, 56 और पंप हाउस के पास मेन सड़क पर मेन होल खुले हैं। यहां की रहने वाली शबनम व सीमा ने बताया कि गत दिनों उसके बच्चे मेन होल में गिरने से बाल-बाल बचे थे। शिकायत की गई लेकिन अभी तक मेन होल बंद नहीं किए गए हैं।
रात भर बिलखती रही मां
फर्रुखाबाद। कांशीराम कालोनी में हुई गरीब के इकलौते बेटे की दर्दनाक मौत से उसकी विकलांग मां रीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। उसका करुण क्रंदन सुनकर आसपास की महिलाएं भी अपने आंसू नहीं रोक सकीं। ब्रजेश कुमार की पत्नी रीता विकलांग है। उसके तीन बेटियां हैं। प्रांशु इकलौता पुत्र था। सीवर के मेन होल में गिरकर प्रांशु की मौत होने से पूरी रात उसकी मां बिलखती रही। जो भी महिला को ढांढस बंधाने जा रहा था, वह रीता का करुणकंद्रन देखकर अपने आंसू नहीं रोक पाता था।