अयोध्या। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण अभियान में शहर के दो बड़े सरकारी अस्पतालों समेत कई सीएचसी वैक्सीन खत्म होने से जिला अस्पताल पर उमड़ी भीड़ अव्यवस्था देख हंगामे पर उतर आई। धक्का-मुक्की से बिगड़े हालात को जैसे-तैसे पुलिस ने संभाला। कोवैक्सीन की डोज एक दिन पहले ही खत्म हो गई थी, जबकि कोविशील्ड की मात्र चार हजार 600 डोज से बृहस्पतिवार सुबह शुरू हुआ टीकाकरण भारी भीड़ से अव्यवस्था की भेंट चढ़ गया।
जिला महिला अस्पताल और राजकीय श्रीराम अस्पताल अयोध्या में कोवैक्सीन व अन्य अस्पतालों में कोविशील्ड लगाई जा रही थी। कोवैक्सीन पूरी तरह खत्म हो जाने से इन दो अस्पतालों में बृहस्पतिवार को टीकाकरण कार्य ठप रहा। जबकि खंडासा व मवई में कोवैक्सीन की बची हुई कुछ डोज भी थोड़ी देर में समाप्त हो गई। सबसे ज्यादा खराब हालत शहर के दोनों बड़े सरकारी सरकारी अस्पतालों में कोवैक्सीन का डोज समाप्त होने से हुई। यहां बृहस्पतिवार सुबह टीकाकरण कराने पहुंचे कई जनप्रतिनिधियों के परिवारीजन समेत आम लोग लौटने को विवश दिखे। बाद में यहां आए लोग जिला अस्पताल पहुंचने लगे तो हालात खराब होने लगी।
जिला अस्पताल में अधिक भीड़ की वजह से अराजकता भी उत्पन्न हो गई। देखते ही देखते कतार में खड़े लोग हंगामा पर उतर आए। मौके पर धक्का-मुक्की से हालात बिगड़ने लगे तो पुलिस व अस्पताल प्रशासन ने किसी तरह समझाकर नियंत्रित किया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह ने बताया कि जिले में करीब चार हजार खुराक वैक्सीन उपलब्ध है। जिन केंद्रों पर अभी स्टॉक है, वहां टीका लगाया जा रहा है। पिछले करीब तीन दिन से वैक्सीन की आपूर्ति न होने व टीकाकरण में एकाएक तेजी आने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। शासन स्तर पर वैक्सीन की उपलब्धता के लिए लगातार वार्ता चल रही है। जिले में शुक्रवार तक टीके की खेप पहुंच सकती है, जिससे व्यवस्थाएं सुचारु रूप से गतिमान रहेगी।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण का कार्य जिले में तेजी से चल रहा है। चार जिला स्तरीय अस्पतालों के अलावा, विकास खंड स्तरीय सीएचसी, कुछ पीएचसी व निजी अस्पतालों में टीकाकरण अभियान गतिमान है। शुरुआती दौर में इसके प्रति रुझान तो अपेक्षाकृत कम नजर आ रहा था, लेकिन कोरोना वायरस की दूसरी लहर के खतरे से लोग जागरूक हो रहे हैं। यही वजह है कि टीकाकरण में एकाएक तेजी आ गई है। इस बीच तेजी से होने वाले टीकाकरण की वजह से वैक्सीन की खपत भी तेज हो गई है। नतीजा यह है कि जिले से कोवैक्सीन का स्टॉक तो समाप्त हो गया है, जबकि कोविशील्ड बची महज चार हजार खुराक भी बृहस्पतिवार शाम तक लगभग आधी रह गई।
अयोध्या। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण अभियान में शहर के दो बड़े सरकारी अस्पतालों समेत कई सीएचसी वैक्सीन खत्म होने से जिला अस्पताल पर उमड़ी भीड़ अव्यवस्था देख हंगामे पर उतर आई। धक्का-मुक्की से बिगड़े हालात को जैसे-तैसे पुलिस ने संभाला। कोवैक्सीन की डोज एक दिन पहले ही खत्म हो गई थी, जबकि कोविशील्ड की मात्र चार हजार 600 डोज से बृहस्पतिवार सुबह शुरू हुआ टीकाकरण भारी भीड़ से अव्यवस्था की भेंट चढ़ गया।
जिला महिला अस्पताल और राजकीय श्रीराम अस्पताल अयोध्या में कोवैक्सीन व अन्य अस्पतालों में कोविशील्ड लगाई जा रही थी। कोवैक्सीन पूरी तरह खत्म हो जाने से इन दो अस्पतालों में बृहस्पतिवार को टीकाकरण कार्य ठप रहा। जबकि खंडासा व मवई में कोवैक्सीन की बची हुई कुछ डोज भी थोड़ी देर में समाप्त हो गई। सबसे ज्यादा खराब हालत शहर के दोनों बड़े सरकारी सरकारी अस्पतालों में कोवैक्सीन का डोज समाप्त होने से हुई। यहां बृहस्पतिवार सुबह टीकाकरण कराने पहुंचे कई जनप्रतिनिधियों के परिवारीजन समेत आम लोग लौटने को विवश दिखे। बाद में यहां आए लोग जिला अस्पताल पहुंचने लगे तो हालात खराब होने लगी।
जिला अस्पताल में अधिक भीड़ की वजह से अराजकता भी उत्पन्न हो गई। देखते ही देखते कतार में खड़े लोग हंगामा पर उतर आए। मौके पर धक्का-मुक्की से हालात बिगड़ने लगे तो पुलिस व अस्पताल प्रशासन ने किसी तरह समझाकर नियंत्रित किया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह ने बताया कि जिले में करीब चार हजार खुराक वैक्सीन उपलब्ध है। जिन केंद्रों पर अभी स्टॉक है, वहां टीका लगाया जा रहा है। पिछले करीब तीन दिन से वैक्सीन की आपूर्ति न होने व टीकाकरण में एकाएक तेजी आने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। शासन स्तर पर वैक्सीन की उपलब्धता के लिए लगातार वार्ता चल रही है। जिले में शुक्रवार तक टीके की खेप पहुंच सकती है, जिससे व्यवस्थाएं सुचारु रूप से गतिमान रहेगी।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण का कार्य जिले में तेजी से चल रहा है। चार जिला स्तरीय अस्पतालों के अलावा, विकास खंड स्तरीय सीएचसी, कुछ पीएचसी व निजी अस्पतालों में टीकाकरण अभियान गतिमान है। शुरुआती दौर में इसके प्रति रुझान तो अपेक्षाकृत कम नजर आ रहा था, लेकिन कोरोना वायरस की दूसरी लहर के खतरे से लोग जागरूक हो रहे हैं। यही वजह है कि टीकाकरण में एकाएक तेजी आ गई है। इस बीच तेजी से होने वाले टीकाकरण की वजह से वैक्सीन की खपत भी तेज हो गई है। नतीजा यह है कि जिले से कोवैक्सीन का स्टॉक तो समाप्त हो गया है, जबकि कोविशील्ड बची महज चार हजार खुराक भी बृहस्पतिवार शाम तक लगभग आधी रह गई।