अयोध्या। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय परिसर में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के तीन वर्ष से छोटे बच्चे अब फर्नीचर पर बैठकर शिक्षा ग्रहण करेंगे। इसके लिए प्रथम चरण में जिले के 134 आंगनबाड़ी केंद्रों को चुना गया है। जहां 20 हजार रुपये की लागत से शिशु डेस्क खरीदे जा रहे हैं। नई शिक्षा नीति के तहत अब तीन वर्ष के बच्चों को सीधे कक्षा एक में प्रवेश नहीं मिलेगा। उन्हें प्राइवेट स्कूलों की तरह प्री प्राइमरी कक्षाओं में पढ़ाया जाएगा। इसके लिए उन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों में संचालित प्री प्राइमरी शिक्षा दी जाएगी। उसके बाद वह निकट के प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक में दाखिला पाएंगे।
कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्री प्राइमरी की शिक्षा ग्रहण करने आए नौनिहालों में हीन भावना न आए, इसे लेकर इन केंद्रों में सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय परिसर में संचालित 134 आंगनबाड़ी केंद्रों में शिशु डेस्क खरीदी जा रही है। इसके लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
जिला समन्वयक प्रशिक्षण सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि शासन से शिशु डेस्क का डिजाइन निर्धारित है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित आठ सदस्यीय टीम की निगरानी में शिशु डेस्क की खरीद की जाएगी। आपूर्ति की जा रही फर्नीचर की वारंटी तीन वर्ष की होगी। बीएसए संतोष कुमार राय ने बताया कि कुछ ब्लॉकों में आपूर्ति भी शुरू हो गई है। शीघ्र ही नौनिहालों को इसका लाभ मिलेगा।