फैजाबाद। जनगणना का दूसरा चरण जिले में नहीं शुरू हो पाया। यह गणना लचर व्यवस्था में उलझ गई है। एक जून से ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक, आर्थिक व जातीय गणना शुरू होनी थी, लेकिन गणना के लिए सबसे महत्वपूर्ण मकान सूची और प्रगणकों व सुपरवाइजरों को दिए जाने वाली बुकलेट की आपूर्ति जिले को नहीं हो पाई है। इन अभिलेखों को प्रदेश के जनगणना निदेशालय से भेजा जाना था। जनगणना के दूसरे चरण में सामाजिक, आर्थिक व जातीय गणना कराई जानी है। महीनों पहले इसकी तैयारी शुरू हो गई थी। गणना एक जून से शुरू किए जाने के मद्देनजर जिले में तैयारियां समय पर पूरी की गईं। हालांकि निकाय चुनाव के मद्देनजर शहरी क्षेत्र में गणना जुलाई तक के लिए टाल दी गई, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में गणना का काम एक जून से शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन यह कार्यक्रम व्यवस्था के झोल में उलझ गया, जबकि यहां सभी प्रगणकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। सूत्रों की मानें तो कार्यक्रम में लापरवाही का आलम कुछ इस तरह है कि प्रगणकों का प्रशिक्षण समाप्त हो गया, लेकिन इनको गणना के लिए दी जाने वाली बुकलेट जिले में नहीं पहुंच पाई। इसे गैर जनपदों से यहां अभी लाया जाना है। गणना के लिए सबसे महत्वपूर्ण मकान सूची है। इसे जनगणना के पहले चरण में तैयार किया गया था। इसी सूची के मुताबिक घर-घर जाकर प्रगणक मुखिया से जानकारी लेकर आंकड़े भरेंगे। सुपरवाइजर इसी सूची के जरिए भरे गए आंकड़ों का सत्यापन करेंगे।