फोटो संख्या: 17 इटावा के कटरा शमशेर खां में साध्वियों से आशीर्वाद लेते जैन समाज के लोग।
- फोटो : ETAWHA
इटावा। शहर की चार ग्रेजुएट युवतियां जैन साध्वी बन गई हैं। रविवार रात सोलह शृंगार कर चारों युवतियों को बिनौली रथ से नगर भ्रमण कराया गया। ये यात्रा बरहीपुरा से शुरू होकर लालपुरा स्थित जैन धर्मशाला पर समाप्त हुई, इसके बाद युवतियों ने श्वेत वस्त्र धारण कर लिए। सोमवार को कटरा शमशेर खां मोहल्ले में विनोद कुमार जैन के घर पर जैन समाज के लोगों ने चारों युवतियों को भोज कराकर नारियल भेंटकर गोदभराई की। एक दिसंबर को सोनकच्छ स्थित पुष्पगिरी तीर्थ में मुनि प्रमुख सागर से दीक्षा लेंगी।
साध्वी बनीं तीन युवतियां नेहा, शिवानी और दीक्षा मोहल्ला बरहीपुरा जैन निवासी सुभाष चंद्र जैन की बेटियां हैं। गाड़ीपुरा में हलवाई की दुकान करने वाले सुभाषचंद्र की दो बेटियों रितु, प्रियंका का विवाह हो चुका है। एक बेटी वंदना और बेटा अरिहंत जैन हैं। सुभाष की पत्नी सुनीता गृहिणी हैं। नेहा ने एम कॉम और आईटीआई करने के बाद 2103 में अंबाला में प्राकृत विशारद की लौकिक शिक्षा ले चुकी हैं। वह ब्रह्मचर्य व्रत भी ले चुकी हैं। शिवानी ने भी बीएससी के बाद लौकिक शिक्षा में एमए किया फिर जैनोलॉजी में प्राकृत विशारद की शिक्षा ग्रहण की और 13 अक्तूबर 2011 को इटावा में ब्रह्मचर्य का व्रत लिया था।
दीक्षा भी 13 अक्तृबर 2011 को ब्रह्मचर्य व्रत ल चुकी हैं। उन्होंने भी बीएससी के बाद लौकिक शिक्षा में एमए जैनोलॉजी कर चुकी हैं। तभी से तीनों बहनों ने साध्वी बनने का निर्णय लिया था। इसके इलावा चौथी युवती लालपुरा धोबी की गली निवासी किराना व्यापारी संजय कुमार जैन की पुत्री राखी हैं। राखी ने बीए करने के बाद 2011 में ब्रह्मचर्य व्रत लिया था। भाई रजत ने बताया वह और राखी जुड़वा भाई-बहन हैं। मां आशा देवी गृहणी हैं। रजत ने बताया कि जनवरी में वह शादी कर गृहस्थ जीवन में प्रवेश करेगा। बताया कि तीन बड़ी बहनों कंचन, कोमल और स्वीटी की शादी हो चुकी है।
इटावा। शहर की चार ग्रेजुएट युवतियां जैन साध्वी बन गई हैं। रविवार रात सोलह शृंगार कर चारों युवतियों को बिनौली रथ से नगर भ्रमण कराया गया। ये यात्रा बरहीपुरा से शुरू होकर लालपुरा स्थित जैन धर्मशाला पर समाप्त हुई, इसके बाद युवतियों ने श्वेत वस्त्र धारण कर लिए। सोमवार को कटरा शमशेर खां मोहल्ले में विनोद कुमार जैन के घर पर जैन समाज के लोगों ने चारों युवतियों को भोज कराकर नारियल भेंटकर गोदभराई की। एक दिसंबर को सोनकच्छ स्थित पुष्पगिरी तीर्थ में मुनि प्रमुख सागर से दीक्षा लेंगी।
साध्वी बनीं तीन युवतियां नेहा, शिवानी और दीक्षा मोहल्ला बरहीपुरा जैन निवासी सुभाष चंद्र जैन की बेटियां हैं। गाड़ीपुरा में हलवाई की दुकान करने वाले सुभाषचंद्र की दो बेटियों रितु, प्रियंका का विवाह हो चुका है। एक बेटी वंदना और बेटा अरिहंत जैन हैं। सुभाष की पत्नी सुनीता गृहिणी हैं। नेहा ने एम कॉम और आईटीआई करने के बाद 2103 में अंबाला में प्राकृत विशारद की लौकिक शिक्षा ले चुकी हैं। वह ब्रह्मचर्य व्रत भी ले चुकी हैं। शिवानी ने भी बीएससी के बाद लौकिक शिक्षा में एमए किया फिर जैनोलॉजी में प्राकृत विशारद की शिक्षा ग्रहण की और 13 अक्तूबर 2011 को इटावा में ब्रह्मचर्य का व्रत लिया था।
दीक्षा भी 13 अक्तृबर 2011 को ब्रह्मचर्य व्रत ल चुकी हैं। उन्होंने भी बीएससी के बाद लौकिक शिक्षा में एमए जैनोलॉजी कर चुकी हैं। तभी से तीनों बहनों ने साध्वी बनने का निर्णय लिया था। इसके इलावा चौथी युवती लालपुरा धोबी की गली निवासी किराना व्यापारी संजय कुमार जैन की पुत्री राखी हैं। राखी ने बीए करने के बाद 2011 में ब्रह्मचर्य व्रत लिया था। भाई रजत ने बताया वह और राखी जुड़वा भाई-बहन हैं। मां आशा देवी गृहणी हैं। रजत ने बताया कि जनवरी में वह शादी कर गृहस्थ जीवन में प्रवेश करेगा। बताया कि तीन बड़ी बहनों कंचन, कोमल और स्वीटी की शादी हो चुकी है।