इटावा/महेवा। तेज तपिश के दौरान शनिवार की दोपहर करीब ढाई बजे अचानक चक्रवाती हवाओं के साथ हुई बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। पेड़ और दीवार गिरने से दो युवक घायल हुए जबकि 24 बकरियां मर गईं। चक्रवाती हवाओं का सर्वाधिक असर महेवा क्षेत्र में देखा गया। पेड़ों के गिरने से महेवा का पुराना मुगल रोड अवरुद्ध हो गया जिससे वहां जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिले भर में दो सौ से ज्यादा पेड़ गिर गए।
कुनैरा के पास सती मुहल्ला निवासी महेश करीब 40-45 बकरियों को चराने के लिए ले गया था। तेज हवाओं के कारण पेड़ के गिरने से मुर्गी फार्म की दीवार ढह गई जिसके मलबे में महेश और बकरियां दब गए। आसपास के लोगों ने महेश को घायल अवस्था में निकाला लेकिन उसकी 24 बकरियां मलबे में दबकर मर गईं।
चक्रवाती तूफान का सर्वाधिक असर महेवा क्षेत्र में दिखा। तेज हवाओं के चलते महेवा में बहेड़ा रोड नई बस्ती में विजय सिंह प्रजापति का मकान का निर्माण चल रहा था। जो अचानक भरभरा कर ढह गया। जिसके मलबे में दबने उसका 21 वर्षीय पुत्र राहुल घायल हो गया। जिसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया।
वहीं पुराना मुगलरोड पर स्थित लोकमान्य रूरल इंटर कालेज की बाउंड्रीवाल से लगे बरगद, बेलुआ के पेड़ तेज हवाओं के कारण टूट कर गिर गए। जिससे कालेज की बाउंड्रीवाल भी टूट गई। इससे पुराना मुगलरोड मार्ग अवरुद्ध हो गया। वहां जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। कस्बे अंदर आने वाले छोटे बड़े वाहन जाम में फंस गए।
भरथना, महेवा, ऊसराहार क्षेत्र के प्रतिनिधियों के अनुसार तेज हवाओं के कारण आम की फसल को काफी नुकसान हुआ है। आम टूटकर नीचे गिर पड़ा।