इटावा। नई मंडी स्थित फल एवं सब्जी मंडी के लिए बने प्लेटफार्म पर गेहूं का भंडारण किए जाने के विरोध में व्यापारी सड़कों पर आ गए। शुक्रवार को व्यापारियों ने इटावा-फर्रुखाबाद मार्ग पर जाम लगा दिया। उनका कहना था कि प्लेटफार्म पर गेहूं का भंडारण होने से उनका कारोबार चौपट हो जाएगा। भीषण गर्मी का दौर चल रहा है। इस स्थिति में फल और सब्जियों को कहां रखेंगे। जानकारी मिलने पर एसडीएम सदर मौके पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि फल विक्रेताओं क ी सहमति से ही गेहूं का भंडारण होगा। सरकार की मंशा है कि किसानों का गेहूं प्लेटफार्म पर रखा जाए। इसके बाद ही जाम खुला। करीब पौन घंटा मार्ग पर आवागमन बाधित रहा।
बताते चलें कि सरकारी स्तर पर खरीदे जा रहे गेहूं के भंडारण के लिए गोदामों के फुल हो जाने पर नई मंडी स्थित प्लेटफार्मों को भंडारण के उपयोग में लिया जा रहा है। नई मंडी स्थित गल्ला मंडी के सभी प्लेटफार्म गेहूं के भंडारण से फुल हो गए। इसके बाद जब फलमंडी के प्लेटफार्म पर गेहूं का भंडारण करना शुरू हुआ तो फल एवं सब्जी व्यापारियों ने विरोध जताना शुरू कर दिया।
शुक्रवार की सुबह फल एवं सब्जी विक्रेता मंडी के बाहर निकल आए और इटावा-फर्रुखाबाद मार्ग पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष इकदिल मनीष कुमार मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों को समझा बुझाकर जाम खुलवाने का प्रयास किया लेकिन व्यापारी जाम खोलने को तैयार नहीं हुए। बाद में एसडीएम सदर मौके पर पहुंचे और उन्होंने व्यापारियों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया। करीब पौन घंटे तक जाम लगा रहा। एसडीएम शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि गुरुवार को फल विक्रेताओं की सहमति से प्लेटफार्म पर गेहूं का भंडारण शुरू कराया था। कुछ व्यापारी बैठक के दौरान नहीं थे उन्हीं लोगों ने जाम लगा दिया। उन्हें समझा बुझाकर जाम खुलवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि फल विक्रेताओं के दुकानों के सामने जो टिन शेड व जगह पड़ी है उस पर अपनी बिक्री करें। उन्होंने कहा कि शासन गेहूं की खरीद और भंडारण के प्रति गंभीर है।
इटावा। नई मंडी स्थित फल एवं सब्जी मंडी के लिए बने प्लेटफार्म पर गेहूं का भंडारण किए जाने के विरोध में व्यापारी सड़कों पर आ गए। शुक्रवार को व्यापारियों ने इटावा-फर्रुखाबाद मार्ग पर जाम लगा दिया। उनका कहना था कि प्लेटफार्म पर गेहूं का भंडारण होने से उनका कारोबार चौपट हो जाएगा। भीषण गर्मी का दौर चल रहा है। इस स्थिति में फल और सब्जियों को कहां रखेंगे। जानकारी मिलने पर एसडीएम सदर मौके पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि फल विक्रेताओं क ी सहमति से ही गेहूं का भंडारण होगा। सरकार की मंशा है कि किसानों का गेहूं प्लेटफार्म पर रखा जाए। इसके बाद ही जाम खुला। करीब पौन घंटा मार्ग पर आवागमन बाधित रहा।
बताते चलें कि सरकारी स्तर पर खरीदे जा रहे गेहूं के भंडारण के लिए गोदामों के फुल हो जाने पर नई मंडी स्थित प्लेटफार्मों को भंडारण के उपयोग में लिया जा रहा है। नई मंडी स्थित गल्ला मंडी के सभी प्लेटफार्म गेहूं के भंडारण से फुल हो गए। इसके बाद जब फलमंडी के प्लेटफार्म पर गेहूं का भंडारण करना शुरू हुआ तो फल एवं सब्जी व्यापारियों ने विरोध जताना शुरू कर दिया।
शुक्रवार की सुबह फल एवं सब्जी विक्रेता मंडी के बाहर निकल आए और इटावा-फर्रुखाबाद मार्ग पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष इकदिल मनीष कुमार मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों को समझा बुझाकर जाम खुलवाने का प्रयास किया लेकिन व्यापारी जाम खोलने को तैयार नहीं हुए। बाद में एसडीएम सदर मौके पर पहुंचे और उन्होंने व्यापारियों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया। करीब पौन घंटे तक जाम लगा रहा। एसडीएम शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि गुरुवार को फल विक्रेताओं की सहमति से प्लेटफार्म पर गेहूं का भंडारण शुरू कराया था। कुछ व्यापारी बैठक के दौरान नहीं थे उन्हीं लोगों ने जाम लगा दिया। उन्हें समझा बुझाकर जाम खुलवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि फल विक्रेताओं के दुकानों के सामने जो टिन शेड व जगह पड़ी है उस पर अपनी बिक्री करें। उन्होंने कहा कि शासन गेहूं की खरीद और भंडारण के प्रति गंभीर है।