इटावा। गेहूं की सरकारी खरीद मेें अब भंडारण की समस्या खड़ी हो गई है। क्रय एजेंसियों के पास करीब छह हजार मीट्रिक टन गेहूं विभिन्न गोदामों में भरा पड़ा हैं जिनमें अब और गेहूं रखा नहीं जा सकता। ऐसे में केंद्र प्रभारी खरीद करने से कतराने लगे हैं। यही स्थिति लाइसेंसधारक आढ़तियों की भी है।
आंकड़े बताते हैं कि जिले में एक अप्रैल से 30 मई तक 46534 मीट्रिक टन के सापेक्ष 42213 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। इस खरीद में से 36189 मीट्रिक टन गेहूं एफसीआई को भंडारण के लिए रिलीज किया जा चुका है। बाकी भंडारण केंद्र पहले से ही फुल हैं। ऐसे में केंद्रों के पास 6074 मीट्रिक टन गेहूं रखा हुआ है। जो रिलीज नहीं हो पा रहा।
क्रय केंद्रों से गेहूं का उठान न होने से गेहूं की खरीद प्रभावित हो गई है। केंद्र प्रभारियों के सामने समस्या यह है कि वह गेहूं की खरीद करें तो उसको रखें कहां। इन हालातों में किसान फिर परेशान हो उठा है। किसान लाख दलील दे कि उसका गेहूं सही है लेकिन क्रय प्रभारी खरीद करने से बहाने बना रहे हैं। ग्राम नगला पडुआ निवासी बादशाह सिंह ने बताया कि वह अपना गेहूं लेकर केंद्र पर गए तो वहां मानक के अनुरूप गेहूं न होने की बात कहकर लौटा दिया गया। इसी तरह की बात अन्य किसानों ने भी बताई।
किस एजेंसी के क्रय केंद्र पर कितना पड़ा है गेहूं
विपणन शाखा 2795
पीसीएफ 1439
यूपीएसएस 1636
यूपी एग्रो 55
कर्मचारी कल्याण निगम 147
नैफेड 2
भंडारित कराने के कर रहे प्रयास
जिला विपणन अधिकारी बीआर चतुर्वेदी का कहना रहा कि केंद्रों पर पड़े गेहूं को भंडारित कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। भंडारण के लिए जगह की समस्या है। मंडी में भंडारण कराया जा रहा है जहां पर गेहूं क ो उतारने के लिए वाहनों की कतार लगी हुई है। ट्रांसपोर्टिंग की भी समस्या है। फिर भी वह प्रयास कर रहे हैं कि जल्द से जल्द केंद्रों से गेहूं उठवा लिया जाए।