इटावा। एक ही परिवार के छह सदस्यों की गला रेतकर की गई हत्या के बाद से पूरे पिलखर गांव में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है। सोमवार की रात पोस्टमार्टम समेत अन्य प्रक्रिया के पूरे होने के बाद सुरेश के रिश्तेदारों को सभी छह शव सौंप दिए गए। देर रात करीब ग्यारह बजे सभी का अंतिम संस्कार किया गया। सुरेश के साले होम सिंह ने दीदी-जीजा को मुखाग्नि दी। उस समय का माहौल बेहद गमगीन हो गया था। चारों बच्चों को गांव के किनारे दफना दिया गया। मंगलवार की सुबह गांव में मौजूद लोग अपने अपने घरों के बाहर ही बैठे रहे तो वहीं मृतक परिवार के घर के बाहर उनके रिश्तेदार ही आने वालों लोगों की संवेदना लेते दिखे। गांव के सन्नाटे को अगर कोई आवाज तोड़ रही थी तो वो पुलिस की गाड़ियों के सायरन थे। मृतकों का देर रात पुलिस की निगरानी में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
रविवार की रात को पिलखर निवासी सुरेशसिंह यादव, उनकी पत्नी विमला, पुत्र अवनीश तथा पुत्रियां रश्मि, श्वेता, सुरभि की गला रेंतकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना से ग्रामीणों में खासी दहशत है। परिवार के सदस्याें की हत्या करने का मुख्य आरोपी सुरेश का भाई है लेकिन जिस तरीके से इस घटना को अंजाम दिया गया है उससे इस घटना में उसके खूंखार साथियों के साथ होने की आशंका से ग्रामीण सहमे हैं। लोग अपने-अपने घरों में या घर के बाहर ही बैठे रहे। कहीं पर किसी तरह की ग्रामीण चर्चा करने से भी कतराते दिखे। हालांकि गांव में पुलिस की चहलकदमी बरकरार रही। पुलिस की इस चहलकदमी को ग्रामीण चुपचाप देखते दिखे। सुरेश के घर के बाहर नीम के पेड़ के नीचे उनके रिश्तेदार बैठे रहे।
छावनी में तब्दील है पिलखर गांव
इटावा। मंगलवार को पिलखर गांव छावनी बना रहा। चप्पे चप्पे पर पुलिस व पीएसी तैनात रही। गांव में डेढ़ सेक्सन पीएसी के जवानों के अलावा इकदिल थाने का फोर्स लगी है। पीएसी के जवान 43वीं वाहिनी एटा के हैं। इसके अलावा पुलिस अधिकारी आना-जाना बनाए रहे। आरोपी रामप्रताप का मकान इकदिल थाना पुलिस व पीएसी जवानों ने घेर रखा है।