इटावा। कृषि इंजीनियरिंग कालेज के छात्रों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा। कालेज के तीन उच्चाधिकारियों को हटाने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग पर बीते दिन कुलपति द्वारा दस दिन का आश्वासन दरकिनार करते हुए छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को दो दिन का अल्टीमेटम दिया। बवाल की कड़ी में बुधवार को कालेज के सभी कक्षों में तालाबंदी कराने के बाद मुख्य भवन के गेट पर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। इस बीच कुछ छात्रों ने बिजली उपकेंद्र पहुंचकर कालेज के फैकल्टी, स्टाफ आवास की सप्लाई बंद करा दी। सप्लाई बंद होने से हास्टल की भी बिजली चली गई लेकिन छात्रों को इसकी चिंता नहीं थी। बिजली न आने से कालेज कर्मचारी भीषण गर्मी में खासे परेशान हुए। छात्रों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन भी कर सकते हैं।
मालूम हो कि कालेज में उपजे विवाद के चलते मंगलवार की देरशाम विश्वविद्यालय से कुलपति डॉ. अशोक कुमार भी पहुंचे थे। छात्रों से वार्ता भी हुई। मामला सिर्फ तीन अधिकारियों डीन, सीटीपीओ और एडीएसडब्ल्यू क ो हटाए जाने को लेकर अटक गया। जिसके संबंध में कुलपति ने दस दिन का समय मांगा है। बुधवार को भी कालेज के छात्र-छात्राओं की प्रयोगात्मक परीक्षाएं थी। छात्र-छात्राएं कालेज में तो उपस्थित हुए लेकिन प्रयोगात्मक परीक्षाओं का बहिष्कार जारी रखा। कालेज कक्षों में तालाबंदी भी बरकरार रही। सभी छात्र-छात्राएं कालेज के मुख्य भवन के गेट पर नारेबाजी करके प्रदर्शन करते रहे। प्रथम वर्ष छात्र छात्राएं क्रमिक अनशन पर बैठ गए। छात्र-छात्राआें ने स्पष्ट कहा कि उनकी यह दोनों मांगे दो दिन में पूरी नहीं हुई तो आरपार की लड़ाई शुरू होगी। इसके लिए भूख हड़ताल करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
इस सबके बीच करीब 10:45 बजे 20-25 छात्र कृषि इंजीनियरिंग कालेज बिजली घर पर जा पहुंचे और कालेज के आवासीय परिसर सप्लाई बंद करा दी। बिजली गुल होने से आवासीय परिसर में रह रहे 80 कर्मचारियों के परिवार गर्मी से बेहाल रहे। ये लोग घरों के बाहर पेड़ों के नीचे या मंदिर के पास बैठे दिखे। कर्मचारी सतीश कुमार निगम, राजेश बाबू, पंकज कुमार, चंद्रशेखर, राजपाल, रमेश कुमार, योगेंद्र यादव, रामप्रकाश, सुशील त्रिपाठी, रघुवीर सिंह, बृजेशकुमार का कहना रहा कि इस बारे में वे जिलाधिकारी से गुहार लगाएंगे। देर शाम तक सप्लाई शुरू नहीं की गई थी। मालूम हो कि मंगलवार को भी छात्रों ने कालेज परिसर की बिजली बंद करा दी थी। जो वीसी के आने पर चालू की गई।
छात्रों के उपद्रव के भय से बंद की बिजली
बिजली विभाग के अवर अभियंता नेमसिंह रमन का कहना रहा कि काफी संख्या में छात्र बिजलीघर पर आ गए और जबरन बिजली बंद करने की कहने लगे। इंकार करने की स्थिति में उपद्रव करने की धमकी दे रहे है। छात्र बिजली घर पर कुछ भी कर सकते थे लिहाजा बिजली बंद करानी पड़ी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अपने उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया है।
खाली कराया जाएगा इटावा इंजीनियरिंग कालेज का छात्रावास
कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से संबद्ध इटावा इंजीनियरिंग कालेज का छात्रावास शनिवार तक खाली कराया जाएगा। इस आशय का संकेत कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर अशोक कुमार और कुल सचिव राजेंद्र सिंह ने दिया है। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के एकेडमिक भवन सभागार में बुधवार को हुई मीटिंग के बाद कुलपति ने कहा है कि इंजीनियरिंग कालेज के डीन डा. जेपी यादव बाहर गए हैं। वह गुरुवार को लौटेंगे। उनसे चर्चा के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में लापरवाही हुई है। इसकी जांच कराकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जो भी अफसर, कर्मचारी दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। कुलपति ने सभी इंजीनियरों को आदेश दिया है कि गुरुवार को इटावा इंजीनियरिंग कालेज जाकर निर्माण, मरम्मत कार्य का प्रस्ताव बनाएं। जो कमियां दूर हों, उन्हें दूर करें। इसके बावजूद छात्र-छात्राएं नहीं माने तो पुलिस, प्रशासन की सहायता से हास्टल खाली करा दिए जाएं।