सैफई (इटावा)। पैरामेडिकल कालेज के निर्माण को लेकर सरकार काफी संजीदा है। पहले मुख्यमंत्री ने इसे जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। शुक्रवार को उनकी सचिव अनिता सिंह ने कार्यदाई संस्था को 15 जूून तक काम पूरा करने का अल्टीमेटम दे दिया। कहा कि इसी सत्र में कालेज को अस्तित्व में आना है। ऐसे में निर्माण कार्य जल्द खत्म कराएं। बाद में उन्होंने गेस्ट हाउस में बैठक की, सैफई में विकास कार्यों का निरीक्षण और छात्रावास आदि का जायजा लिया।
दोपहर करीब 12:15 बजे मुख्यमंत्री सचिव अनीता सिंह राजकीय विमान से सैफई हवाई पट्टी पर उतरीं। उनके साथ चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. संजय अग्रवाल और चिकित्सा शिक्षा के महानिदेशक डॉ. सौदान सिंह भी थे। हवाई पट्टी से डीएम पी गुरुप्रसाद, एसएसपी राजेश मोदक आदि अधिकारियोें के साथ सचिव मुख्यमंत्री सीधे पैरा मेडिकल कालेज पहुंचीं। यहां कार्यदाई संस्था राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों ने नक्शे के जरिए कालेज के निर्माण कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने लेक्चर हाल और केमिस्ट्री लैब को देखा। यहां उन्होंने निर्माण निगम के एसी राय को 15 जून तक निर्माण पूरा करने को कहा। इसके बाद वे निर्माणाधीन हास्टल और मैस देखने भी गईं। अधिकारियों ने बताया कि हास्टल के तीन ब्लाकों के अलग अलग मैस की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री सचिव ने कुछ दूरी पर निर्माणाधीन लेक्चर थियेटर का भी जायजा लिया।
मेडिकल कालेज से जुड़े इन निर्माण कार्यों को देखने के बाद वह रिम्स पहुंचीं। यहां उन्होंने अस्पताल के डायरेक्टर प्रो. राजेंद्र प्रसाद के कक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक की। करीब डेढ़ बजे वह रिम्स की व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंची। सबसे पहले इमरजेंसी कक्ष को देखा फिर लिफ्ट से प्रथम तल पर गईं। पैरों में पालीथिन पहन कर आईसीयू के अंदर भी गईं। मौजूद मरीजों से दवा की उपलब्धता व डाक्टरों की विजिट की जानकारी की। द्वितीय तल पर अस्थि रोग वार्ड को देखा। करीब 1.40 बजे वह पीडब्लूडी गेस्ट हाउस पहुंचीं।
यहां 3:00 बजे तक अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने निर्माणाधीन कार्यों की धनराशि की बाबत जानकारी की। किस योजना के लिए कब और कितना पैसा मिला। कब धनराशि न होने की वजह से काम रुका रहा। वर्तमान में पैसे की उपलब्धता के संबंध में निर्माण निगम के अधिकारियों से जानकारी ली। अफसरों ने बताया कि सारा पैसा मिल चुका है। कुछ नई योजनाओं के प्रस्ताव शासन को भेजे गए हैं। सचिव ने अधिकारियों को गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य शिक्षा महानिदेशक से उन्होंने कहा कि वह यहां के कार्यों की समय-समय पर समीक्षा करते रहें। इस दौरान एडीएम डॉ. अशोक चंद्र, सीएमओ डॉ. एचएच जायसी, सीएमएस डॉ. वीएस अग्निहोत्री, महिला सीएमएस डॉ. गीता जोशी, निर्माण निगम के एआरई रामदत्त, नगर मजिस्ट्रेट सुरेंद्र कुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।
प्रमुख सचिव को अवगत कराया
इस दौरान सीएमओ डॉ. एसएच जायसी ने प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य संजय अग्रवाल को ट्रामा सेंटर और चौपुला पीएचसी में स्टाफ न होने की समस्या भी बताई। साथ ही पोस्टमार्टम को लेकर आने वाली दिक्कतों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि चौपुला पीएचसी वर्ष 2007 से बनकर खड़ी है। लेकिन स्टाफ उपलब्ध नहीं है। इसी तरह से ट्रामा सेंटर की इमारत तैयार है मगर स्टाफ और अन्य संसाधन नही है। प्रमुख सचिव ने इन बिंदुओं को नोट कर लिया।