इटावा। अछल्दा रेलवे स्टेशन से दो दिन से गायब युवक का शव बुधवार सुबह सुंदरपुर रोड स्थित एक खेत के किनारे नीम के पेड़ से लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। उसकी शिनाख्त मुकेश पुत्र थानसिंह निवासी फकीरे की मड़ैया थाना बलरई के रूप में हुई। परिजनों ने उसकी हत्या कर शव को लटकाए जाने की आशंका जताई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
ग्राम फकीरे की मड़ैया निवासी मुकेश (28) पुत्र थानसिंह राजपूत पंजाब के भटिंडा में सब्जी बेचने का कार्य करता था। उसकी पत्नी नीरज पांच वर्षीय पुत्री खुशबू व तीन वर्षीय पुत्र राहुल के साथ मायके नगला उम्मेद मल्हौसी गांव थाना भरथना आई थी। मुकेश उसे लेने के लिए 13 मई को ससुराल पहुंचा। 14 मई की सुबह वह वहां से भटिंडा जाने के लिए परिवार के साथ अछल्दा स्टेशन पर पहुंचा। स्टेशन पर मुकेश पानी लेने गया और वापस नहीं लौटा। ट्रेन आकर निकल गई तो पत्नी नीरज परेशान हो उठी। वह बच्चों को लेकर फिर मायके चली गई। नीरज के भाई और पिता ने इसकी जानकारी मुकेश के परिजनों को दी। लगातार दो दिन तक खोजबीन के बाद बुधवार सुबह सुंदरपुर रोड स्थित जवाहर सिंह के खेत पर खड़े नीम के पेड़ पर मुकेश का शव लटका मिला। रिश्तेदार ने उसकी शिनाख्त की। थोड़ी देर में परिजन भी पहुंच गए। परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका जाहिर की है। पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है।
‘किसी से दुश्मनी नहीं थी’
भाई कालीचरन व अशोक कुमार ने बताया कि मुकेश सादा जीवन व्यतीत करने वाला मुकेश करीब 10-12 वर्षों से भटिंडा में रह रहा था। उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। अछल्दा से गायब होकर शव इटावा में पाया जाना संदेह जताता है कि उसकी हत्या की गई।
पुलिस मान रही आत्महत्या
मुकेश की मौत के मामले में पुलिस आत्महत्या मान रही है। थानाध्यक्ष इकदिल विनोद कुमार पांडेय का कहना है कि परिजनों की ओर से कोई तहरीर भी नहीं मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में असलियत सामने आएगी।
मरना होता तो इटावा में ही क्यों
सवाल ये है कि मुकेश को आत्महत्या ही करनी थी तो वह अछल्दा के रेलवे स्टेशन से लापता होकर इटावा मरने क्यों आता। वहीं ट्रेन से कटकर जान दे देता। वह दो दिन तक कहां रहा।
इटावा। अछल्दा रेलवे स्टेशन से दो दिन से गायब युवक का शव बुधवार सुबह सुंदरपुर रोड स्थित एक खेत के किनारे नीम के पेड़ से लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। उसकी शिनाख्त मुकेश पुत्र थानसिंह निवासी फकीरे की मड़ैया थाना बलरई के रूप में हुई। परिजनों ने उसकी हत्या कर शव को लटकाए जाने की आशंका जताई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
ग्राम फकीरे की मड़ैया निवासी मुकेश (28) पुत्र थानसिंह राजपूत पंजाब के भटिंडा में सब्जी बेचने का कार्य करता था। उसकी पत्नी नीरज पांच वर्षीय पुत्री खुशबू व तीन वर्षीय पुत्र राहुल के साथ मायके नगला उम्मेद मल्हौसी गांव थाना भरथना आई थी। मुकेश उसे लेने के लिए 13 मई को ससुराल पहुंचा। 14 मई की सुबह वह वहां से भटिंडा जाने के लिए परिवार के साथ अछल्दा स्टेशन पर पहुंचा। स्टेशन पर मुकेश पानी लेने गया और वापस नहीं लौटा। ट्रेन आकर निकल गई तो पत्नी नीरज परेशान हो उठी। वह बच्चों को लेकर फिर मायके चली गई। नीरज के भाई और पिता ने इसकी जानकारी मुकेश के परिजनों को दी। लगातार दो दिन तक खोजबीन के बाद बुधवार सुबह सुंदरपुर रोड स्थित जवाहर सिंह के खेत पर खड़े नीम के पेड़ पर मुकेश का शव लटका मिला। रिश्तेदार ने उसकी शिनाख्त की। थोड़ी देर में परिजन भी पहुंच गए। परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका जाहिर की है। पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है।
‘किसी से दुश्मनी नहीं थी’
भाई कालीचरन व अशोक कुमार ने बताया कि मुकेश सादा जीवन व्यतीत करने वाला मुकेश करीब 10-12 वर्षों से भटिंडा में रह रहा था। उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। अछल्दा से गायब होकर शव इटावा में पाया जाना संदेह जताता है कि उसकी हत्या की गई।
पुलिस मान रही आत्महत्या
मुकेश की मौत के मामले में पुलिस आत्महत्या मान रही है। थानाध्यक्ष इकदिल विनोद कुमार पांडेय का कहना है कि परिजनों की ओर से कोई तहरीर भी नहीं मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में असलियत सामने आएगी।
मरना होता तो इटावा में ही क्यों
सवाल ये है कि मुकेश को आत्महत्या ही करनी थी तो वह अछल्दा के रेलवे स्टेशन से लापता होकर इटावा मरने क्यों आता। वहीं ट्रेन से कटकर जान दे देता। वह दो दिन तक कहां रहा।