इटावा। जिलाधिकारी पी गुरुप्रसाद ने मंगलवार को बैठक कर अधिकारियों को एक सप्ताह के अंदर तालाबों को भरने के निर्देश दिए हैं। कहा कि नहरों का पानी टेल तक अवश्य पहुंचना चाहिए और खराब नलकूप भी सात दिन के अंदर दुरुस्त करा दिए जाए। उन्हें इससे अवगत भी कराया जाए।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सूखा एवं बाढ़ नियंत्रण की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि जिले में जो भी तालाब, राजकीय नलकूप व नहरों के परिक्षेत्र में आते हों, उनको तत्काल भरवाना सुनिश्चित करें। भरे हुए तालाबों की सूची भी उपलब्ध कराई जाए। जिससे उनका सत्यापन कराया जा सके।
453 तालाबों में से 235 तालाब नहरों से और 218 तालाब नलकूपों से भरे जाने हैं। जिसमें अब तक 163 तालाब भरे जा चुके हैं। डीएम ने उक्त जानकारी पर शेष तालाबों को भी सप्ताह भर में भरने के निर्देश दिए।
उन्होंने जलनिगम को निर्देश दिए कि जो भी हैंडपंप लगाए जाने के लिए प्रस्तावित हैं। उनकी सूची तत्काल उपलब्ध कराएं। यह कार्य 15 दिन के अंदर हो जाना चाहिए। एक्सईएन सिंचाई को निर्देशित किया कि सिंचाई बंधु की बैठक अतिशीघ्र करें और किसानों की समस्याओं का निस्तारण करें। उप निदेशक कृषि से कहा कि वह बीज व खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करें। इस दौरान सीडीओ डा अशोक चंद्र, एडीएम विद्या शंकर सिंह आदि मौजूद रहे।
इटावा। जिलाधिकारी पी गुरुप्रसाद ने मंगलवार को बैठक कर अधिकारियों को एक सप्ताह के अंदर तालाबों को भरने के निर्देश दिए हैं। कहा कि नहरों का पानी टेल तक अवश्य पहुंचना चाहिए और खराब नलकूप भी सात दिन के अंदर दुरुस्त करा दिए जाए। उन्हें इससे अवगत भी कराया जाए।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सूखा एवं बाढ़ नियंत्रण की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि जिले में जो भी तालाब, राजकीय नलकूप व नहरों के परिक्षेत्र में आते हों, उनको तत्काल भरवाना सुनिश्चित करें। भरे हुए तालाबों की सूची भी उपलब्ध कराई जाए। जिससे उनका सत्यापन कराया जा सके।
453 तालाबों में से 235 तालाब नहरों से और 218 तालाब नलकूपों से भरे जाने हैं। जिसमें अब तक 163 तालाब भरे जा चुके हैं। डीएम ने उक्त जानकारी पर शेष तालाबों को भी सप्ताह भर में भरने के निर्देश दिए।
उन्होंने जलनिगम को निर्देश दिए कि जो भी हैंडपंप लगाए जाने के लिए प्रस्तावित हैं। उनकी सूची तत्काल उपलब्ध कराएं। यह कार्य 15 दिन के अंदर हो जाना चाहिए। एक्सईएन सिंचाई को निर्देशित किया कि सिंचाई बंधु की बैठक अतिशीघ्र करें और किसानों की समस्याओं का निस्तारण करें। उप निदेशक कृषि से कहा कि वह बीज व खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करें। इस दौरान सीडीओ डा अशोक चंद्र, एडीएम विद्या शंकर सिंह आदि मौजूद रहे।