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देवरिया। घर के दरवाजे पर सामूहिक दुराचार की शिकार विवाहिता गंभीर रूप से जलने के बाद कराहती रही। गांव के लोग उसे घेरे हुए थे। इसके बाद भी किसी ने उसे अस्पताल पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई। गांव के किसी भी व्यक्ति ने पुलिस को खबर नहीं की।
23 जनवरी की रात आठ बजे से घटना क्रम शुरू हुआ। गांव के ही एक घर में विवाहिता की अस्मत लूटी जा रही थी। वह चीखती रही मगर उसका करुण क्रंदन किसी ने भी नहीं सुना। रात भर हैवानियत का नंगा नाच होता रहा और गांव वाले खर्राटे भरते रहे। दूसरे दिन वह गंभीर रूप से जलने के बाद भी कराहती रही। गांव वाले उसे देख तो रहे थे परंतु किसी को उसकी हालत पर दया नहीं आई। कातर नजरों से वह मदद के लिए लोगों की ओर देखती रही परंतु किसी ने भी मदद नहीं की। कोई रिश्ते में भाई लगता था कोई चाचा। विवाहिता बेहोश हो गई। फिर भी वहीं पड़ी रही। 24 तारीख की शाम को जब उसका पिता घर आया तो तभी वह अस्पताल पहुंची।
दुखभरी कहानी है पीड़ित महिला की
पीड़ित महिला जब कुछ साल की थी तभी उसकी मां स्वर्ग सिधार गई। पिता ने ही उसकी परवरिश की। कुशीनगर जनपद के एक गांव में शादी हुई तो पति से भी अनबन हो गई। मायके में आकर रहने लगी तो उसके ही गांव युवकों ने अस्मत लूट ली। 80 प्रतिशत जलने के बाद वह जीवन के लिए संघर्ष कर रही है।
देवरिया। घर के दरवाजे पर सामूहिक दुराचार की शिकार विवाहिता गंभीर रूप से जलने के बाद कराहती रही। गांव के लोग उसे घेरे हुए थे। इसके बाद भी किसी ने उसे अस्पताल पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई। गांव के किसी भी व्यक्ति ने पुलिस को खबर नहीं की।
23 जनवरी की रात आठ बजे से घटना क्रम शुरू हुआ। गांव के ही एक घर में विवाहिता की अस्मत लूटी जा रही थी। वह चीखती रही मगर उसका करुण क्रंदन किसी ने भी नहीं सुना। रात भर हैवानियत का नंगा नाच होता रहा और गांव वाले खर्राटे भरते रहे। दूसरे दिन वह गंभीर रूप से जलने के बाद भी कराहती रही। गांव वाले उसे देख तो रहे थे परंतु किसी को उसकी हालत पर दया नहीं आई। कातर नजरों से वह मदद के लिए लोगों की ओर देखती रही परंतु किसी ने भी मदद नहीं की। कोई रिश्ते में भाई लगता था कोई चाचा। विवाहिता बेहोश हो गई। फिर भी वहीं पड़ी रही। 24 तारीख की शाम को जब उसका पिता घर आया तो तभी वह अस्पताल पहुंची।
दुखभरी कहानी है पीड़ित महिला की
पीड़ित महिला जब कुछ साल की थी तभी उसकी मां स्वर्ग सिधार गई। पिता ने ही उसकी परवरिश की। कुशीनगर जनपद के एक गांव में शादी हुई तो पति से भी अनबन हो गई। मायके में आकर रहने लगी तो उसके ही गांव युवकों ने अस्मत लूट ली। 80 प्रतिशत जलने के बाद वह जीवन के लिए संघर्ष कर रही है।