रुद्रपुर। विद्युत कटौती से आजिज उपभोक्ताओं का गुस्सा शुक्रवार को फूट पड़ा। नगर की सारी दुकानें दिन भर बंद रहीं। बिजली कटौती के खिलाफ लोग घरों से निकल पड़े। जनता का गुस्सा देख पुलिस प्रशासन सकते में आ गए। दो किलोमीटर लंबे जुलूस में करीब दो हजार उपभोक्ताओं पावर हाउस पर धरना दिया। इन्होंने क्षेत्र में 18 घंटे बिजली सप्लाई की मांग की।
रुद्रपुर संघर्ष समिति के बैनर तले बिजली के खिलाफ बेमियादी आंदोलन के आगाज से सहमे प्रशासन ने भीड़ को बेकाबू होने से रोकने को पांच थानों की फोर्स और पीएसी बुलाई। बंदी और प्रदर्शन के बाद लोग पावर हाउस पर घेरा डालकर बैठ गए। 18 घंटे विद्युत आपूर्ति को लेकर बेमियादी धरने बैठे उपभोक्ताआें को मनाने में प्रशासन और पुलिस के पसीने छूट गए। देर शाम बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता एके सिंह द्वारा 12 घंटा नियमित आपूर्ति जारी रखने और 18 घंटा आपूर्ति बहाल कराने का लिखित आश्वासन देने के बाद आंदोलन को स्थगित कर दिया गया। नगर पंचायत अध्यक्ष छठ्ठे लाल निगम और व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनोज कुमार भाटिया के नेतृत्व में जमुनी चौराहे से उपभोक्ताओं का हुजूम नारेबाजी करते निकला। पुन्नी चौराहा, बस स्टेशन तहसील और खजुहा चौराहा होते हुए विद्युत उपभोक्ताओं का जुलूस पावर हाउस पहुंचा।
हर वर्ग हुआ शामिल
बिजली को लेकर आयोजित बंदी रुद्रपुर पहली बार पूर्णतया सफल रही है। यह पहला अवसर था कि लोगों ने बिजली के लिए बिना कहे दुकान बंद कर आंदोलन में हिस्सा लिया। चाय, पान, ठेले वालों से लेकर मेडिकल के दुकानदारों ने दुकान बंद कर कटौती का विरोध किया।
दफ्तर छोड़ खिसके कर्मचारी
आंदोलन देख विद्युत उपकेंद्र के कर्मचारी दफ्तर छोड़कर खिसक लिए। दोपहर दो बजे तक पावर हाउस पर सिर्फ एक एसएसओ था। तीन बजे एसडीएम ब्रजेंद्र द्विवेदी और सीओ एनके सिंह के आने के बाद अधीक्षण अभियंता टीम के साथ धरना स्थल पर पहुंचे।
बसपा और भाजपा के पूर्व विधायक भी पहुंचे
विद्युत कटौती को लेकर जब उपभोक्ताओं का गुस्सा फूटा तो नेता भी साथ हो लिए। बसपा के पूर्व विधायक सुरेश तिवारी और भाजपा के पूर्व विधायक जयप्रकाश निषाद ने बिजली के मुद्दे पर सपा सरकार और क्षेत्रीय विधायक की जमकर बखिया उधेड़ी। नपं अध्यक्ष छठ्ठे लाल निगम, राजेश त्रिपाठी, बसपा नेता छोटे सिंह आदि ने भी संबोधित किया।
अधीक्षण अभियंता ने 12 घंटा बिना ब्रेक के आपूर्ति बहाल रखने और 18 घंटा आपूर्ति कराने का लिखित वचन दिया है। यदि वह इस वादे मुकरते हैं तो फिर आंदोलन होगा। लापरवाही के लिए जेई और एसएसओ को हटा दिया गया। नया जेई रुद्रपुर में रात्रि विश्राम करेगा।
छठ्ठे लाल निगम, नगर पंचायत अध्यक्ष
रुद्रपुर। विद्युत कटौती से आजिज उपभोक्ताओं का गुस्सा शुक्रवार को फूट पड़ा। नगर की सारी दुकानें दिन भर बंद रहीं। बिजली कटौती के खिलाफ लोग घरों से निकल पड़े। जनता का गुस्सा देख पुलिस प्रशासन सकते में आ गए। दो किलोमीटर लंबे जुलूस में करीब दो हजार उपभोक्ताओं पावर हाउस पर धरना दिया। इन्होंने क्षेत्र में 18 घंटे बिजली सप्लाई की मांग की।
रुद्रपुर संघर्ष समिति के बैनर तले बिजली के खिलाफ बेमियादी आंदोलन के आगाज से सहमे प्रशासन ने भीड़ को बेकाबू होने से रोकने को पांच थानों की फोर्स और पीएसी बुलाई। बंदी और प्रदर्शन के बाद लोग पावर हाउस पर घेरा डालकर बैठ गए। 18 घंटे विद्युत आपूर्ति को लेकर बेमियादी धरने बैठे उपभोक्ताआें को मनाने में प्रशासन और पुलिस के पसीने छूट गए। देर शाम बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता एके सिंह द्वारा 12 घंटा नियमित आपूर्ति जारी रखने और 18 घंटा आपूर्ति बहाल कराने का लिखित आश्वासन देने के बाद आंदोलन को स्थगित कर दिया गया। नगर पंचायत अध्यक्ष छठ्ठे लाल निगम और व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनोज कुमार भाटिया के नेतृत्व में जमुनी चौराहे से उपभोक्ताओं का हुजूम नारेबाजी करते निकला। पुन्नी चौराहा, बस स्टेशन तहसील और खजुहा चौराहा होते हुए विद्युत उपभोक्ताओं का जुलूस पावर हाउस पहुंचा।
हर वर्ग हुआ शामिल
बिजली को लेकर आयोजित बंदी रुद्रपुर पहली बार पूर्णतया सफल रही है। यह पहला अवसर था कि लोगों ने बिजली के लिए बिना कहे दुकान बंद कर आंदोलन में हिस्सा लिया। चाय, पान, ठेले वालों से लेकर मेडिकल के दुकानदारों ने दुकान बंद कर कटौती का विरोध किया।
दफ्तर छोड़ खिसके कर्मचारी
आंदोलन देख विद्युत उपकेंद्र के कर्मचारी दफ्तर छोड़कर खिसक लिए। दोपहर दो बजे तक पावर हाउस पर सिर्फ एक एसएसओ था। तीन बजे एसडीएम ब्रजेंद्र द्विवेदी और सीओ एनके सिंह के आने के बाद अधीक्षण अभियंता टीम के साथ धरना स्थल पर पहुंचे।
बसपा और भाजपा के पूर्व विधायक भी पहुंचे
विद्युत कटौती को लेकर जब उपभोक्ताओं का गुस्सा फूटा तो नेता भी साथ हो लिए। बसपा के पूर्व विधायक सुरेश तिवारी और भाजपा के पूर्व विधायक जयप्रकाश निषाद ने बिजली के मुद्दे पर सपा सरकार और क्षेत्रीय विधायक की जमकर बखिया उधेड़ी। नपं अध्यक्ष छठ्ठे लाल निगम, राजेश त्रिपाठी, बसपा नेता छोटे सिंह आदि ने भी संबोधित किया।
अधीक्षण अभियंता ने 12 घंटा बिना ब्रेक के आपूर्ति बहाल रखने और 18 घंटा आपूर्ति कराने का लिखित वचन दिया है। यदि वह इस वादे मुकरते हैं तो फिर आंदोलन होगा। लापरवाही के लिए जेई और एसएसओ को हटा दिया गया। नया जेई रुद्रपुर में रात्रि विश्राम करेगा।
छठ्ठे लाल निगम, नगर पंचायत अध्यक्ष